इंदौर में पिछले तीन दिनों से बारिश का दौर दिखाई दे रहा है। शुक्रवार सुबह बादल छाए रहे और कई क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार शाम तक शहर में बारिश की तेज बौछारें भी देखने को मिल सकती है। गुरुवार को शहर में इस मानसून सीजन की सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। मेघ शहर के पश्चिमी हिस्से में मेहरबान हुए और शाम 5.30 बजे से रात 11.30 बजे तक एयरपोर्ट क्षेत्र में छह घंटे में 49 मिमी पानी बरसा। वहीं रीगल क्षेत्र में 25 मिमी बारिश हुई। इंदौर में जून माह में अब तक 114 मिमी हुई बारिश हो चुकी है।
गुरुवार शाम 5.30 बाद शहर के अधिकांश इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। इस दौरान 45 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से तेज हवाएं चली। बारिश की शुरुआत तेज बौछारे के साथ हुई जो पश्चिम क्षेत्र में लगातार जारी रही। इस वर्ष जून माह में पहली बार इस मानसून की पहली जोरदार वर्षा शहरवासियों को देखने को मिली। मौसम विभाग के मुताबिक इंदौर में जून माह में 146 मिमी बारिश होती है। इस सीजन में अब तक 114 मिमी बारिश हो चुकी है। ऐसे में उम्मीद है कि इस बार जून माह में औसत से ज्यादा वर्षा होगी। शहर पश्चिम क्षेत्र के मुकाबले शहर के पूर्वी हिस्से मे कम बारिश हुई। रीगल स्थित मप्र पाल्युशन कंट्रोल बोर्ड के वेदर स्टेशन पर गुरुवार रात 11 बजे तक 25 मिमी बारिश दर्ज हुई।
आज भी तेज बौछारे पड़ने के आसार
भोपाल स्थित मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा के मुताबिक शहर में शुक्रवार को भी हल्के से मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है। वर्तमान में दक्षिणी पूर्व उत्तर प्रदेश पर ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसके अलावा अरब सागर से दक्षिणी गुजरात से कर्नाटक तक अपतटीय ट्रफ बना हुआ है। इसके कारण अरब सागर से आ रही नमी के कारण एकाएक घने गरजने वाले बादल छाने से शहर के कुछ हिस्सों में तेज बौछारे देखने को मिल रही है। आगामी दिनों में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके असर से इंदौर सहित प्रदेशभर में 27 जून के बाद तेज मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।