महिला के दूसरी संतान के जन्म पर राजस्थान सरकार 6 हजार रुपए की सहायता राशि देगी। मां के बेहतर स्वास्थ्य और दूसरी संतान के रखरखाव को लेकर राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी मात्र पोषण योजना शुरू की है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने बताया कि माताओं को पर्याप्त राहत और पोषण के लिए इस योजना में 5 साल में 225 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
इस योजना में 3.75 लाख महिलाओं को लाभांवित किए जाने का प्रस्ताव है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह योजना शुरूआत में प्रदेश के आदिवासी जिलों उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा व प्रतापगढ़ में चलाई जा रही है।
इन जिलों में महिलाओं के पोषण के संकेतक राज्य के औषत की तुलना में कम है। इस वजह से इन जिलों में योजना की शुरूआत की गई है।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत हर साल 75 हजार लाभार्थियों को शामिल कर करीब 45 करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा। इस योजना के तहत माता को दूसरी संतान पैदा होने पर 6 हजार रुपए अलग-अलग चरणों में दिए जाएंगे। यह रकम उनके खाते में जमा होगी। सरकार का मकसद यह है कि माता अपना और बच्चे का पोषण सही ढंग से कर सके।
दूसरी और सरकार ने तय किया है कि खादी ग्रामोघोग व लघु उधोग निगम के माध्यम से छोटा कर्ज दिलवाकर अन्य राज्यों से आने वाले मजदूरों को स्वरोजगार प्रारंभ करने में मदद की जाएगी।
श्रम मंत्री ने बताया कि रियायतों के चलते प्रदेश में खादी एवं ग्रामोघोग से जुड़ी 1760 इकाईयों में उत्पादन शुरू हो चुका है। इन इकाईयों में करीब 9 हजार लोगों को रोजगार मिलने लगा है ।