इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता सोमवार (21 नवंबर) को तेज भूकंप के झटकों से थर्रा उठी। भूकंप की तीव्रता 5.6 दर्ज की गई है, इस भूकंप में 162 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि 300 से भी अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौसम और भूभौतिकी एजेंसी ने जानकारी दी है कि भूकंप का केंद्र पश्चिम जावा के सियानजुर में स्थित था। इस भूकंप का केंद्र 10 किमी नीचे था। स्थानीय गवर्नर का कहना है कि भूकंप से जान माल का काफी नुकसान हुआ है।
इंडोनेशिया के एक स्थानीय अधिकारी ने जानकारी दी है कि मुख्य द्वीप जावा में सोमवार को 5.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसमें कम से कम 162 लोगों की जान चली गई। उन्होंने आगे बताया कि इस भूकंप में एक दर्जन इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पश्चिम जावा प्रांत के सियांजुर क्षेत्र में स्थित था। सियांजुर जिले के स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि घरों समेत दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। 55 वर्षीय ओमन Cianjur में स्थित अपने गांव के खेतों में काम कर रहा था। देखते ही देखते उसका मकान हिलने लगा और भरभराकर गिर गया। वो खुद मकान के नीचे वो दब गया। पत्नी घर से बाहर थी। उसके बेटे ने किसी प्रकार उसे खींचकर बाहर निकाला। घटना में उसका पैर टूट गया। वो खून से लथपथ भी था। ओमन का कहना है कि भगवान का शुक्र है कि वो जिंदा बच गया।
इंडोनेशिया के एक लड़के ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उसकी मांग चीख पुकार करते नजर आ रही है। वो कहती दिख रही है कि हे भगवान हमारे ऊपर दया करो। ध्यान रहे कि इंडोनेशिया को पेसिफिक रिंग ऑफ फायर में गिना जाता है। ये बहुत ही संवेदनशील इलाका है।