माइक गेब्रियल की पिछली टिप्पणी को रिकॉर्ड नहीं कर पाया। लेकिन यह समझा जा सकता है कि स समय अंपायरों ने उनसे उनके बारे में बात की थी। यह भी समझा जाता है कि उनका आगे कार्रवाई करने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है।
वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड के बीच ग्रॉस आइलेट में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार को इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और वेस्ट इंडीज के तेज गेंदबाज शेनन गेब्रियल के बीच जमकर नोंकझोंक हो गई। स्टम्प्स माइक ने मेजबान टीम के खिलाड़ी गेब्रियल और इंग्लैंड के दो खिलाड़ी रूट और जो डेनली के बीच हुए संवाद को रिकॉर्ड किया, जिसमें रूट यह कहते हुए सुनाई दिए,“समलैंगिक होने में कुछ भी गलत नहीं है।”
खेल के दौरान रूट को गेब्रियल को उनकी टिप्पणी के लिए फटकारते हुए देखा गया। दिन का खेल खत्म होने के बाद रूट गेब्रियल पर ध्यान आकर्षित नहीं करना चाहते थे। हालांकि उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि गेब्रियल ने कुछ अनुचित कहा। रूट ने अधिकारियों से इस संबंध में कोई शिकायत नहीं की है। उनके अनुसार कुछ चीजों को मैदान के अंदर ही सीमित रहना चाहिए।
इस मामले पर रूट ने कहा, “कभी-कभी लोग मैदान पर ऐसी बातें कह जाते हैं जिन पर उन्हें बाद में पछतावा होता है। लेकिन इन बातों को मैदान पर ही छोड़ देना चाहिए।”
वेस्ट इंडीज के अंतरिम कोच रिचर्ड पायबस ने कहा,“यह टेस्ट क्रिकेट है और वह एक भावुक व्यक्ति है जो टेस्ट मैच जीतने के लिए ऐसा करने की कोशिश कर रहा है। वह एक अच्छा लड़का है और एक अच्छा खिलाड़ी है। वह जिस मुकाम पर है उस पर उसे गर्व है। दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है।”
रिचर्ड ने गेब्रियल द्वारा की गई टिप्पणी पर कहा, “मुझे उनकी टिप्पणी के बारे में कोई जानकारी नहीं है लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ कहा है तो इसे विचार में लाया जाएगा।”
अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.13 के तहत कोई भी खिलाड़ी व्यक्तिगत, अपमानजनक, अश्लील या अपमानजनक भाषा का प्रयोग किसी दूसरे खिलाड़ी के लिए नहीं कर सकता। अगर कोई खिलाड़ी ऐसा करते हुए पाया जाता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते है।