जोधपुर. नाबालिग छात्रा के यौन दुराचार के आरोप में फंसे आसाराम मामले में सोमवार को सेशन न्यायालय (जोधपुर जिला) में सुनवाई हुई।
बहस अधूरी रही
न्यायाधीश भगवानदास अग्रवाल ने आसाराम की ओर से कुछ दस्तावेजों के परीक्षण को लेकर पेश किए गए प्रार्थना पत्र पर बहस सुनी, लेकिन समयाभाव के कारण बहस अधूरी रही।
अब सुनवाई छह मई को…
आसाराम की ओर से अधिवक्ता सज्जनराज सुराणा ने कहा कि जो दस्तावेज हैं वो एसपी कार्यालय में रखे हैं, वे कोर्ट के समक्ष मंगा कर परीक्षण किया जाए। समयाभाव के चलते आगे की बहस अब छह मई को होगी।
कमजोरी झलक रही थी
सुनवाई के दौरान आसाराम के बीमार होने की वजह से उन्हें व्हीलचेयर पर कोर्ट में पेश किया गया। आसाराम के चेहरे पर बीमारी की वजह से कमजोरी साफ झलक रही थी।
कॉल डिटेल कितने दिन सुरक्षित ?
वहीं दूसरी ओर राजस्थान हाईकोर्ट में आसाराम की ओर से कॉल डिटेल सुरक्षित रखने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई हुई। न्यायाधीश विजय बिश्नोई ने सरकार की ओर से पेश हुए अतिरिक्त महाधिवक्ता राजेश पंवार को जवाब पेश करने के लिए निर्देश देते हुए पूछा है कि कितने दिन तक कॉल डिटेल सुरक्षित रखी जा सकती है और इस मामले में किस-किस की कॉल डिटेल सुरक्षित है।
दोनों याचिकाओं की सुनवाई 10 को
आसाराम की ओर से आठ गवाहों को पुन:परीक्षण के लिए बुलाने वाली याचिका पर सुनवाई नही हो पाई। अब दोनों की याचिकाओं पर एक साथ दस मई को सुनवाई होगी।