हर साल आषाढ़ पूर्णिमा के त्योहार को अधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा के उपाय का वर्णन है। ऐसा माना जाता है कि इन उपाय के जरिए इंसान को जीवन में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही धन की प्राप्ति होती है। ऐसे में आइए जानते हैं आषाढ़ पूर्णिमा के चमत्कारी उपाय के बारे में।
सनातन धर्म में आषाढ़ पूर्णिमा को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। प्रत्येक महीने के शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा पड़ती है। इस तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही व्रत और दान किया जाता है। पंचांग के अनुसार, आज यानी 21 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा मनाई जा रही है। धार्मिक मत है कि आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि पर महाकाव्य रचियता ऋषि वेदव्यास का जन्म हुआ था। इसलिए इसे गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है।
गुरु पूर्णिमा के टोटके (Guru Purnima Ke Totke)
पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। ऐसे में आषाढ़ पूर्णिमा के दिन श्री हरि की पूजा के दौरान उनकी प्रतिमा या तस्वीर के सामने एक चुटकी हल्दी जरूर अर्पित करें। इस उपाय को करने से इंसान के जीवन से सभी प्रकार के कष्ट मिट जाते हैं और प्रभु की कृपा प्राप्त होती है।
इसके अलावा आषाढ़ पूर्णिमा के दिन पति-पत्नी को मिलकर भगवान विष्णु की पूजा करें। इस दौरान श्री हरि को हल्दी की गांठ अर्पित करें। ऐसा माना जाता है कि इस टोटके को करने से दांपत्य जीवन की सभी समस्या दूर होती है। साथ ही वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
अगर आप धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आषाढ़ पूर्णिमा की पूजा के दौरान लाल या फिर गुलाबी रंग का पुष्प लेकर मां लक्ष्मी से धन और सौभाग्य के लिए प्रार्थना करें। इसके बाद वह पुष्प अर्पित करें। इस टोटके को करने से जातक को धन की प्राप्ति होती है।
आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए आषाढ़ पूर्णिमा पर लाल रंग के वस्त्र में सवा किलो चावल रखकर उसकी पोटली बना लें। इसके पश्चात ‘ॐ श्रीं श्रीये नम:’ मंत्र जप करें। इसके बाद उस पोटली को तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से इंसान को जीवन में कभी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।
गुरु पूर्णिमा 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Guru Purnima 2024 Date and Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई दिन शनिवार को शाम 05 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो गई है। वहीं, इस तिथि की समाप्ति अगले दिन 21 जुलाई, 2024 दिन रविवार को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर होगी। ऐसे में गुरु पूर्णिमा का पर्व आज यानी 21 जुलाई को मनाया जा रहा है।