महज शक की बिना पर जब रिश्ते तार-तार हो रहे हों, ऐसे दौर में यदि शादी के बाद पता चले कि पत्नी से दुष्कर्म हुआ है तो पति का असहज होना स्वाभाविक माना जा सकता है। लेकिन, उसने बगैर किसी शिकवा-शिकायत के जीवन संगिनी को ना सिर्फ न्याय दिलाने का निर्णय लिया, बल्कि पत्नी को भी उसके साथ हुए अन्याय के विरुद्ध आगे आने की हिम्मत दी।
यह कहानी है भोपाल के साईं विकलांग एवं अनाथ सेवा आश्रम की दुष्कर्म पीड़िताओं में से एक पीड़िता की। 24 वर्षीय इस युवती का ना सिर्फ आश्रम संचालक 70 वर्षीय एमपी अवस्थी ने स्वयं यौन शोषण किया बल्कि अपने परिचितों को भी इसमें शामिल किया। युवती ने फरवरी 2018 में शादी होने के बाद अपना धर्म निभाते हुए पति से अपनी पिछली जिंदगी की हकीकत को साझा किया, तो पति ने भी अपना धर्म निभाते हुए आरोपितों का काला चेहरा सामने लाने की ठान ली।