गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता में 6 सदस्यों वाली मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक मंगलवार को हुई थी। उम्मीद जताई जा रही है कि आरबीआई रेपो रेट में कम से कम 0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकता है।
मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद आज पहली बार भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा पेश करेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि आरबीआई रेपो रेट में कटौती कर सकता है, जिसका सीधा फायदा उन लोगों को होगा जिन्होंने लोन ले रखा है और EMI भरते हैं। रेप रेट कम होने से आपकी ईमानदारी का पैसा बैंक लोन में कटने की बजाय आपके खाते में ही रहेगा। इस तरह से आपकी सैलरी में भी एक तरह से इजाफा होगा।