मोहनलालगंज से भाजपा सांसद कौशल किशोर ने कहा कि अंकिता उनकी बहू नहीं है। मैंने आयुष को परिवार और संपत्ति से बेदखल कर दिया है। जहां तक आयुष की शादी की बात है तो वह किसी भी दशा में मान्य ही नहीं है। आयुष अभी 20 साल का है। वह 27 मार्च 2021 को 21 साल का होगा। इससे पहले उसकी शादी कानून रूप से वैध ही नहीं है। अंकिता ने उससे ब्लैकमेल कर शादी की थी।
सांसद ने कहा कि आयुष को रेल ट्रैक पर लिटाकर उसने कॉल कराई। इसके बाद शादी के लिए दबाव बनाया तो हमने मना कर दिया था। बेटे की जिंदगी बचाने के लिए कहा कि जहां चाहो जैसे चाहो रहो। इसके बाद भी उसने अंकिता से शादी करने की बात उनसे नहीं बताई थी। मैंने आयुष को बेदखल कर दिया है। इसकी कानूनी प्रक्रिया भी जल्द पूरी कर ली जाएगी।
मालूम हो कि खुद पर जानलेवा हमला कराने के मामले में सांसद का बेटा आयुष रविवार को बयान दर्ज कराने मड़ियांव थाने पहुंचा था। रविवार रात अंकिता ने सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल कर खुदकुशी की धमकी देकर देर रात डेढ़ बजे सांसद के घर के पास पहुंचकर कलाई की नस काट ली। उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस पड़ताल कर रही है।
सांसद ने कहा कि आयुष पर आरोप है कि उसने किसी को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवा ली है। यह बात गलत है। अगर उसे फंसाना होता तो उसी दिन तहरीर दे दी होती या किसी पर आरोप लगाया होता। पुलिस की पूछताछ के दौरान मैं भी मौजूद था। आयुष ने सिर्फ इतना कहा कि सीसीटीवी कैमरे आसपास लगे हैं। उससे हमला करने वाले की पहचान हो सकती है। उसने कभी नहीं कहा कि उस पर किसने हमला कराया। पुलिस ने पड़ताल के बाद अंकिता के भाई आदर्श को गिरफ्तार किया। आदर्श ने पुलिस को गुमराह किया, इसके बाद पुलिस ने आयुष पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया है। वारदात वाली रात को मैंने उससे कई बार पूछताछ की, लेकिन उसने हमलावर के बारे में कुछ नहीं बताया।
सांसद का आरोप है कि आयुष को अपने वश में करने के लिए अंकिता खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर देती थी। वह अक्सर नशे में रहता था। वारदात वाली रात को जब हम लोग पहुंचे तो वह नशे में था। उससे पूछताछ कि तुमने शराब पी है या नशा किया है। आयुष ने कहा कि पता ही नहीं कि क्या हुआ। होटल से खाना मंगाया था, लेकिन खाया नहीं। अंकिता ने खिचड़ी बनाई थी, वही खाई। इसके बाद क्या हुआ उसे पता नहीं चला।
सांसद का आरोप है कि अंकिता को किसी साजिश के तहत उनके परिवार के पीछे लगाया गया है। अंकिता के पिता संविदा पर बिजली विभाग में लाइनमैन हैं। उसने घर वालों को बताया कि वह आईएएस की तैयारी कर रही है। आयुष ने उससे कई बार कहा कि तुम पढ़ाई नहीं करती हो। इस पर अंकिता भड़क जाती थी। मेरी व मेरे परिवार की राजनैतिक व सामाजिक छवि को खराब करने की साजिश के तहत अंकिता को मोहरा बनाया गया है। अंकित रविवार रात जब काकोरी पहुंची तो वहां उसके साथ दो लड़के थे। उन युवकों ने उनके दूसरे घर के पास विवाद भी किया। जब वहां मौजूद लोगों ने वीडियो व फोटो बनानी शुरू की तो वहां से भाग गए।
अंकिता ने वीडियो में सोते हुए अपना दर्द बयां किया कि आयुष इतने दिन से गायब हैं। मैं आपकी पत्नी हूं। मुझसे बात करने की कोशिश नहीं। मैं किराये के मकान में रह रही हूं। मुझे दिक्कत हो रही है, मैं थाने जा रही हूं। मैं आज कोर्ट जाऊंगी देखती हूं वहां मेरी बात सुनी जाएगी कि नहीं। आयुष ने मुझे धमकी दी कि मेरे घरवाले उसे मार देंगे। मेरे फोन में ये रिकॉर्डिंग सेव है। वे सत्ताधारी दल के नेता हैं। मेरी सुनवाई नहीं हो रही हैं। मैं थक चुकी हूं। मैंने सीएम से भी अपील की थी। लेकिन मेरी कही सुनवाई नहीं हो रही है।
एसीपी अलीगंज अखिलेश सिंह के मुताबिक, सोमवार को आयुष को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था, लेकिन उसने सूचना भेजी कि तबियत खराब है। पुलिस ने सख्ती से कहा कि मंगलवार को बयान दर्ज कराने आ जाए। एसीपी के मुताबिक, अंकिता द्वारा खुदकुशी के मामले में कोई कानूनी कार्रवाई मड़ियांव थाने में नहीं की गई है। काकोरी पुलिस ने भी ऐसी कोई सूचना नहीं दी है। अंकिता के ठीक होने पर पूछताछ की जाएगी।