स्टील और एल्युमीनियम पर भारी-भरकम आयात शुल्क को लेकर भारत और अमेरिका अगले हफ्ते जेनेवा में वार्ता करेंगे। यह वार्ता विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के विवाद निपटारा तंत्र के तत्वावधान में होगी। आयात शुल्क लगाने के अमेरिका के कदम के खिलाफ भारत ने डब्ल्यूटीओ के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है।
अमेरिका 19-20 जुलाई को जेनेवा में उन सभी देशों से चर्चा करेगा, जिनकी तरफ से आयात शुल्क लगाने के उसके फैसले पर आपत्ति दर्ज कराई गई है। इन देशों में भारत, नार्वे, चीन और रूस समेत कई देश शामिल हैं। भारत की ओर से वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी इस वार्ता में हिस्सा लेंगे। अमेरिका ने स्टील पर 25 फीसद और एल्युमीनियम पर 10 फीसद आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है। मई में भारत ने इसके खिलाफ डब्ल्यूटीओ में आपत्ति दर्ज कराई थी। भारत का कहना है कि इस कदम से अमेरिका में इन उत्पादों का भारतीय निर्यात प्रभावित होगा, जो ग्लोबल ट्रेड नियमों के अनुकूल नहीं है। डब्ल्यूटीओ की विवाद निपटारा प्रक्रिया के तहत विमर्श पहला कदम है। यदि दोनों पक्षों में आपसी सहमति नहीं बनी तो भारत डब्ल्यूटीओ के विवाद निपटारा पैनल द्वारा मामले की समीक्षा का अनुरोध कर सकता है। भारत हर साल 1.5 अरब डॉलर के स्टील और एल्युमीनियम उत्पाद अमेरिका को बेचता है।