Mahakaleshwar Jyotirlinga Ujjain ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में बुधवार से दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ गई है। बीते कुछ वर्षों से 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक दर्शनार्थियों की संख्या अधिक रहती है। साल के आखिरी दिनों में अवकाश के चलते देशभर से हजारों भक्त भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं। बता दें कि आम दिनों में 10 से 15 हजार श्रद्धालु आते हैं, लेकिन बुधवार को यह संख्या करीब 25 हजार तक पहुंच गई। मंदिर प्रशासन ने इसके अनुसार व्यवस्था भी तय की गई है। अधिकारियों को समन्वय बनाकर सुगम दर्शन व्यवस्था करने को कहा है। कर्मचारियों के साप्ताहिक अवकाश पर रोक लगा दी गई है।
काउंटरों पर कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी है। लड्डू प्रसाद की आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए चिंतामन ( Chintaman Ganesh Ujjain ) स्थित लड्डू प्रसाद इकाई व मंदिर की सप्लाई यूनिट को विशेष निर्देश दिए गए हैं। 31 दिसंबर व 1 जनवरी को भस्मारती दर्शन की ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था को ब्लॉक कर दिया गया है। इन दो दिनों में जिन भक्तों को भगवान महाकाल की भस्मारती के दर्शन करना है, उन्हें मंदिर के काउंटर से ऑफलाइन अनुमति लेना होगी।
पुरातन स्वरूप में निखरा सभा मंडप
महाकाल मंदिर के सभा मंडप पुरातन स्वरूप में निखर रहा है। मंदिर समिति उज्जैन विकास प्राधिकरण के सहयोग से सभा मंडप में लकड़ी का काम करा रही है। कारीगर सुंदर नक्काशी से सागी की लकड़ी को आकर्षक रूप दे रहे हैं। देश विदेश से आने वाले दर्शनार्थी यहां से गुजरते हुए इसके पौराणिक स्वरूप को देखकर मुग्ध हो जाते हैं।