आपदा समेत विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने नया डबल इंजन हेलीकॉप्टर खरीदने का निर्णय लिया है। नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) के निदेशक मंडल की बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसके लिए सहमति प्रदान करते हुए जल्द खरीद की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा वाणिज्यिक गतिविधियों के संचालन में आ रही दिक्कतों को देखते हुए यूकाडा का पंजीकरण कंपनी एक्ट के तहत कराने का निर्णय लिया गया। अभी तक यूकाडा सोसायटी एक्ट के तहत पंजीकृत है।
मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में यूकाडा के निदेशक मंडल की बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हेलीकॉप्टर खरीद के लिए सभी आवश्यक तकनीकी पहलुओं के अध्ययन के लिए समिति का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हेली सेवाओं के विस्तार पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
इस दौरान उन्होंने राजकीय वायुयान बी 200 की शीघ्र मरम्मत करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किराए पर लिए जाने वाले सिंगल व डबल इंजन हेलीकॉप्टर के किराए के संबंध में सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए अन्य राज्यों की प्रक्रिया का अध्ययन भी किया जाए।
बैठक में राजकीय वायुयान के हेड ऑफ ऑपरेशन तथा को पायलट की संविदा पर नियुक्ति तथा तय मानदेय को भी अनुमोदन दिया गया। इसके साथ ही केदारनाथ एवं हेमकुंड साहिब में हेली शटल सेवाओं के रॉयल्टी शुल्क, गढ़वाल व कुमाऊं में अतिवृष्टि के दौरान तैनात किए गए हेलीकॉप्टर की निर्धारित दरों को अनुमोदन दिया गया।
सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर ने कहा कि यूकाडा को कंपनी एक्ट के तहत लाने से इसकी व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही मौजूदा हेलीपैड के सुदृढ़ीकरण, नए हेलीपैड के निर्माण, चारधाम यात्रा के साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में निजी भागीदारी एवं निवेश आदि को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। बैठक में यूकाडा की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोनिका के अलावा मुख्यमंत्री के वित्तीय सलाहकार आलोक भट्ट, नागरिक उड्डयन सलाहकार कैप्टर दीप श्रीवास्तव और सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम आदि उपस्थित थे।