संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की स्थायी मिशन संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में भारत के प्रथम सचिव पवन कुमार बाधे ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ अपने दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिए इस संवर्धित मंच का जानबूझकर दुरुपयोग किया, जिसका उद्देश्य मानव अधिकारों के अपने गंभीर उल्लंघनों से परिषद का ध्यान आकर्षित कराना है।
पवन कुमार बाधे ने आगे कहा कि, ‘पाकिस्तानी नेताओं ने इस तथ्य को स्वीकार किया है कि यह आतंकवादियों के उत्पादन का कारखाना बन गया है। पाकिस्तान ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया है कि आतंकवाद मानवाधिकारों के हनन का सबसे खराब रूप है और आतंकवाद के समर्थक मानव अधिकारों का सबसे बुरा हनन करते हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान में उसके खिलाफ बोलने की कोशिश करने वालों की असाधारण हत्याएं बड़े पैमाने पर की जाती हैं और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उन्हें अभद्रता के साथ अंजाम दिया जाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह खेदजनक है कि इस्लामिक सहयोग संगठन पाकिस्तान द्वारा भारत विरोधी दुष्प्रचार करने के लिए खुद को शोषित करने की अनुमति देता रहता है।