FICCI ने केंद्र को 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने के लिए लिखा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को लिखे पत्र में, फिक्की ने आगाह किया है कि COVID-19 के कारण वर्तमान स्थिति कक्षा 12वीं की ऑफलाइन परीक्षा आयोजित करने के लिए अनुकूल नहीं है। फिक्की के अध्यक्ष उदय शंकर ने कहा कि अकादमिक प्रगति को निर्धारित करने के लिए एक वैकल्पिक समाधान तैयार किया जाना चाहिए।

521 छात्रों के एक समूह की ओर से, यूथ बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के मामले पर पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को आशावादी बने रहने को कहा था। दरअसल, जब याचिकाकर्ता ने पीठ से कहा कि सुप्रीम कोर्ट कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने के मुद्दे पर स्वत: संज्ञान ले सकता है, तो पीठ ने कहा, आशावादी बने रहें। हो सकता है सोमवार तक कोई समाधान निकल जाए। हम इस मामले की सुनवाई सोमवार को करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने 28 मई को सुनवाई के दौरान यह भी कहा कि सीबीएसई बोर्ड 12वीं कक्षा की परीक्षा पर फैसला एक जून को लिया जा सकता है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी की पीठ ने मामले की सुनवाई 28 मई को स्थगित कर दी थी। पीठ ने याचिकाकर्ता से सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के स्थायी वकीलों को याचिका की एक प्रति देने के लिए कहा था और मामले को सोमवार, 31 मई को सुबह 11 बजे सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया था।
सुप्रीम कोर्ट केरल के एक शिक्षक टोनी जोसेफ द्वारा दायर अन्य याचिका पर भी विचार करेगा, जिसमें तर्क दिया गया है कि इन कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द नहीं किया जाना चाहिए। जोसेफ की याचिका में कहा गया है कि शिक्षाविदों और संस्थानों के प्रमुखों का एक बड़ा वर्ग परीक्षा आयोजित करने के पक्ष में है। विशेषज्ञों ने कहा है कि परीक्षा रद्द नहीं की जानी चाहिए और डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर भी सोमवार, 31 मई को सुबह 11 बजे से सुनवाई करेगा।
एडवोकेट ममता शर्मा की ओर से दायर याचिका में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 और आईसीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से निर्देश मांगा गया है। याचिका में बगैर परीक्षा आयोजित किए सीधे आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर परिणाम घोषित करने के लिए योजना तैयार करने के निर्देश देने की भी मांग की गई है।
सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट ममता शर्मा द्वारा दायर याचिका में घातक कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए केंद्र, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) को सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 और आईसीएसई कक्षा 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का निर्देश देने की मांग की गई है।
सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 2021 और आईसीएसई बोर्ड परीक्षा की सुनवाई सोमवार, 31 मई को सुबह 11 बजे से शुरू होगी। सीबीएसई सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में, पीठ कोविड-19 महामारी के बीच कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने के निर्देश की मांग वाली याचिका पर विचार करेगी।
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