टीम इंडिया के साहसी सलामी बल्लेबाजों को जब भी नाम आता है तो उनमें वीरेंद्र सहवाग का नाम प्रमुखता से आता है. शनिवार को सहवाग अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं. सहवाग ने हमेशा की अपने बल्लेबाजी के अंदाज को तरजीह दी और वे हमेशा ही तेजी से रन बनाने की कोशिश करते रहे. इस अंदाज को कायम रखते हुए उन्होंने टेस्ट में दो बार तिहरे शतक लगा डाले और ऐसा करने वाले वे आज भी भारत के एकमात्र क्रिकेटर हैं. सहवाग भले ही क्रिकेट से रिटायर हुए हों लेकिन वे अपने अंदाज से रिटायर नहीं हुए. वे उसी अंदाज में बयान, राय और ट्वीट करते रहते हैं.
सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर को 1978 में हरियाणा के एक जाट परिवार में हुआ था. अपने माता-पिता की वे तीसरी संतान हैं. अपने शानदार खेल से उन्होंने लोगों को इतना प्रभावित किया कि लोग उन्हें ‘नजफगढ़ का नवाब’ कह कर बुलाने लगे. आज भी सहवाग के कई नामों में से एक ‘नजफगढ़ का नवाब’ भी मशहूर है.
बल्लेबाजी में थी बेबाकी
सहवाग उन्मुक्त अंदाज में बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं. उन्हें ने तो पिच के मिजाज की चिंता रही न ही सामने गेंदबाजी करने वाले बॉलर की एक बार सहवाग बड़ा शॉट मारने के चक्कर में आउट हो गए तो जब उनसे पूछा गया उन्होंने ऐसे अपना विकेट क्यों फेंक दिया? तब सहवाग ने कहा था, “अगर गेंद आएगी तो मैं तो उसे मारुंगा.”
सहवाग की बेबाकी इस साल भी जारी रही. आईपीएल में किंग्स इंलेवन पंजाब के मेंटॉर बनने के बाद उन्हीं की राय जिसके वजह से जब क्रिस गेल को आईपील में इस बार कोई खरीदार नहीं मिला तो पंजाब ने गेल को खरीदा और जब चुनिंदा मैंचों में खिलाया तब गेल छा गए. जब कि उनकी खरीदी पर सभी को हैरानी हो रही थी.
सहवाग इस साल भी अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे. लेकिन उससे ज्यादा अपने अनोखे ट्वीट्स के लिए भी. हाल ही में उन्होंने एक ट्वीट जारी किया था जिसमें एक लड़का टाई पहले रिक्शे में अपने माता पिता को ले जा रहा है. उन्होंने कहा था कि यह एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट है और उसके पिता रिक्शा चलाते हैं. वह अपने कनवोकेशन से लौट कर अपने माता पिता को घर ले जा रहा है.
जब सहवाग की ट्विटर पर इस बात खबर ली गई कि यह फोटो इंजीनियर की नहीं तो सहवाग ने अपनी गलती स्वीकारने में देर नहीं की और भूल सुधार करते हुए ट्वीट कर बताया कि यह लड़का वाली उल्लाह है जो ढाका में एक अकाउंटेंट है और किसान का बेटा है.
सहवाग ट्विटर पर भारतीय खिलाड़ियों की सफलता पर उन्हें बधाई देने में भी आगे रही रहते हैं. उनके ट्वीट्स में सामाजिक सरोकार भी नजर आते हैं तो कई बार उनका मजाकिया अंदाज भी. इस अंदाज के उनके फैंस भी कायल हैं इसी लिए रिटायर होने के बाद भी उनके फैंस में कमी नहीं आई है. उनकी एक तस्वीर इस साल काफी चर्चित रही.
सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय
इसी साल सोशल मीडिया पर खिलाड़ियों के व्यक्तिगत और व्यवसायिक जीवन पर नजर रखने वाली टीएसदी कॉर्प कंपनी ने माना कि सोशल नेटवर्किंग साइट पर जितने भी क्रिकेटर सक्रिय रहते हैं उनमें सहवाग का नाम सबसे ऊपर होता है. चाहें वह ट्विटर हो या फेसबुक, सहवाग हर जगह हमेशा उपलब्ध रहते हैं. टीएसदी कॉर्प कंपनी के सह-संस्थापक पंकज राहुल सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था, “सहवाग, सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद कैफ, हरभजन सिंह और इरफान पठान, ऐसे खिलाड़ी हैं जो सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं और लगातार अपनी तस्वीरें पोस्ट करते रहते हैं.”
दो तिहरे शतकों को याद किया जाता है सहवाग को
यूं तो वीरेंद्र सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर में कई रिकॉर्ड बनाए हैं, लेकिन उन्हें दो तिहरे शतकों के लिए आज भी याद किया जाता है वे अकेले ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं, जिनके नाम यह रिकॉर्ड दर्ज है. दुनिया में केवल 4 ही ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने अपने क्रिकेट करियर में दो-दो तिहरे शतक जड़े हैं. यह उपलब्धि सर डॉन ब्रैडमैन, वीरेंद्र सहवाग ब्रायन लारा और क्रिस गेल ने हासिल की है.
पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगाए थे ये तिहरे शतक
सहवाग ने एक तिहरा शतक 28 मार्च 2004 को को पाकिस्तान के मुल्तान टेस्ट के दौरान जड़ा था जिसने उन्हें ‘मुल्तान का सुल्तान’ बना दिया था. इस तिहरे शतक में सहवाग ने 309 रनों की पारी खेली थी. इसके अलावा 2008 में सहवाग ने जो तिहरा शतक जड़ा था, उसमें उन्होंने 319 रनों की पारी खेली थी. 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम में सहवाग ने 319 रनों की शानदार पारी में 42 चौके और 5 छक्के लगाए थे. इस पारी की सबसे खास बात यह थी कि सहवाग ने 319 रन बनाए थे जो कि उनका उच्चतम स्कोर भी है.