श्रीलंका के रामबुकाना में गुरुवार को कर्फ्यू खत्म कर दिया गया, लेकिन सरकार ने एहतियाती तौर पर सेना के जवानों को वहां तैनात किया है। इस बीच, इलाके के शीर्ष पुलिस अधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया गया है, जिनमें पुलिस अधीक्षक रामबुकाना व केगले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शामिल हैं। मानवाधिकार आयोग ने कई पुलिस अधिकारियों को पूछताछ के लिए समन जारी किया है।
15 पुलिसकर्मी घायल
कोलंबो के उत्तर-पूर्व स्थित रामबुकाना के अस्पताल में भर्ती 14 घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जाती है। 15 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। सरकार ने बताया कि झड़प में मारे गए युवक के अंतिम संस्कार के मद्देनजर पुलिस ने सेना की मदद मांगी थी। इसलिए, वहां जवानों की तैनाती की गई है। पुलिस महानिरीक्षक सीडी विक्रमरत्ने ने सीआइडी को 19 अप्रैल को हुई झड़प में युवक के मारे जाने की घटना की निष्पक्ष जांच का निर्देश दिया है।
पेट्रोल की कीमत में वृद्धि
उल्लेखनीय है कि गत दिनों देश में पेट्रोल की कीमत में वृद्धि के खिलाफ रामबुकाना में प्रदर्शन कर रहे लोगों की पुलिस से झड़प हो गई थी। पुलिस की गोलीबारी में एक की मौत हो गई थी, जबकि 14 अन्य घायल हो गए थे।
वैश्विक नेताओं की वार्ता में श्रीलंकाई कर्ज संकट अहम विषय
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) व विश्व बैंक की बैठक में हिस्सा लेने वाले वैश्विक वित्त विशेषज्ञों व नेताओं के बीच श्रीलंका का कर्ज संकट बड़े विषय के रूप में उभरा है। विश्व बैंक अध्यक्ष डेविड मालपास ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘विश्व बैंक, आइएमएफ व जी-20 देशों समेत अन्य समूहों की इस हफ्ते की बैठकों में कर्ज संकट एक अहम मुद्दा है।’
विश्व बैंक की वार्षिक
निर्मला सीतारमण समेत दुनियाभर के देशों के वित्त मंत्री व केंद्रीय बैंक के गवर्नर आइएमएफ व विश्व बैंक की वार्षिक वसंत बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। उल्लेखनीय है कि श्रीलंका अभूतपूर्व आर्थिक संकट से गुजर रहा है। उसने आइएमएफ के कर्ज के भुगतान में असमर्थता जता दी है। महंगाई और जरूरी सामग्री की किल्लत के कारण लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।