नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को वियतनाम दौरे पर रवाना होंगे। बीते 15 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह वियतनाम के दौरा होगा। वर्ष 2001 में तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी वियतनाम की यात्रा पर गये थे। वियतनाम में पीएम मोदी शनिवार को वहां के नेताओं से मिलेंगे।
वियतनाम में पीएम मोदी दौरा अहम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वियतनाम दौरे के जरिए चीन को कड़ा संदेश देंगे। वियतनाम को चीन का प्रतिद्वंदी माना जाता है। क्योंकि वियतनाम और चीन के बीच दक्षिण चीन सागर पर अधिकार को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में वियतनाम में पीएम मोदी का जाना अहम माना जा रहा है। भारत वियतनाम के साथ कई अहम समझौते कर सकता है।
वियतनाम में पीएम मोदी अपना कार्यक्रम ख़त्म कर चीन के हांग्जो के लिए रवाना होंगे। जहां वह जी20 सम्मेलन में शिरकत करेंगे। चीन में जी20 सम्मेलन 4-5 सितंबर को होना है। पांच सितंबर को मोदी वापस देश लौटेंगे।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से पीएम मोदी मुलाकात कर सकते हैं। यह मुलाकात सम्मेलन से इतर होगी। खबरों की मानें तो मुलाकात में पिएम मोदी जिनपिंग के सामने चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर को लेकर भारत की चिंताओं के बारे में बात करेंगे। CPEC पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के रास्ते बलूचिस्तान के ग्वादर पोर्ट तक बनेगा। हालांकि विवादित क्षेत्र होने के कारण भारत इसका हमेशा से विरोध करता रहा है।
पीएम मोदी जिनपिंग के सामने भारत की एनएसजी में सदस्यता का मामला भी उठा सकते हैं। इस साल जून में चीन ने भारत की एनएसजी सदस्यता पर रोक लगा दी थी।