रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ में परिवर्तन कुंभ में शिकरत करेंगे। वह पूर्वाह्न 11:30 बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां वह तीन दिवसीय 16 फरवरी से शुरू हूए इस कार्यक्रम का समापन आज रक्षा मंत्री करेंगे। एकल अभियान के तहत पूरे देश में एक लाख से ज्यादा एकल विद्यालय हैं। ये खासतौर से आदिवासी वनवासी क्षेत्रों में ही खोले जाते हैं, इसका उद्देश्य बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ जैविक खेती, नै तिक शिक्षा, स्वच्छता के बारे में भी जागरूक किया जाना है।
बता दें, परिवर्तन कुंभ के दूसरे दिन यानी 17 फरवरी को एकल अभियान और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि के बीच समझौता हस्ताक्षर हुआ। इसके तहत एकेटीयू से संबद्ध 703 इंजीनियरिंग कॉलेजों द्वारा दो-दो गांवों को गोद लिया जाएगा। एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि इन गांवों को तकनीकि रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। यहां के लोगों को डिजिटल सेवाओं और उनके इस्तेमाल के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रदेश के 1406 गांव की तस्वीर बदलेंगे छात्र
सोमवार को एकल अभियान परिवर्तन कुंभ के दूसरे दिन कार्यकर्ताओं की भीड़ से डॉ राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय का सभागार खचाखच भरा रहा। हनुमानजी के समय प्रबंधन पर अपने विचार रखते हुए विजय शंकर मेहता ने कहा कि प्रतिबंध से हनुमान जी का गहरा नाता है। लंका में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध ही लंका विध्वंस का कारण बना। उन्होंने किष्किंधा कांड के प्रसंग को सुनाते हुए कहा कि जब श्री राम जी ने हनुमान जी को हृदय से लगाया तो हनुमान जी अपने जीवन में दूसरी बार मूच्र्छित हो गए। इस पर श्री राम ने कहा, हनुमान होश में आओ। इस पर हनुमान जी ने बड़ी सुंदर बात कही। कहा, किसी को भगवान दूर से दिख जाएं तो उसके लिए बड़ी बात होगी। भगवान किसी को देख लें तो उसे होश रहेगा। किसी को भगवान छू लें तो उसके भाग्य का क्या कहना। यहां तो भगवान द्वारा छूने की बात ही नहीं। भगवान ने यहां मुझे आलिंगन कर लिया और जिसे भगवान अपनी बाहों में ले लें, तो भला वह होश में कैसे रहेगा। यह सुन भगवान भी रोने लगे। इस प्रसंग को सुन सभागार में मौजूद कार्यकर्ता भी भावविभोर हो उठे। इस अवसर पर समाजसेवी विजय शंकर मेहता, उद्योगपति लक्ष्मी नारायण गोयल, भारत लोक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष उमा शंकर हलवासिया, राजकुमार लोहिया समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
ये है परिवर्तन कुंभ का उद्देश्य
गौरतलब है कि एकल अभियान के तहत पूरे देश में एक लाख से ज्यादा एकल विद्यालय हैं। ये खासतौर से आदिवासी वनवासी क्षेत्रों में ही खोले जाते हैं, इसका उद्देश्य बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ जैविक खेती, नै तिक शिक्षा, स्वच्छता के बारे में भी जागरूक किया जाना है। संघ के अनुषांगिक संगठन एकल अभियान के तहत इन स्कूलों में एक अध्यापक ही बच्चों को पढ़ाता है। पूरे देश में 30 लाख छात्र एकल विद्यालय में पढ़ते हैं। उत्तर प्रदेश में भी 22 हज़ार एकल विद्यालय हैं। विदेश में भी इसके 82 चैप्टर हैं। यूरोप ऑस्ट्रेलिया से भी प्रतिभागी इस परिवर्तन कुंभ में सम्मिलित होने पहुंचे हैं, जो ढाई लाख लोग इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं उनके रहने और खाने का इंतजाम संघ के स्वयंसेवकों को दिया गया है। लखनऊ के 50 हज़ार परिवार से संपर्क करके इन लोगों के खाने का इंतजाम किया गया है।
ये रहा रक्षा मंत्री का कार्यक्रम
महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताया कि रक्षा मंत्री मंगलवार को पूर्वाह्न 11:30 बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगे, वहां से दिलकुशा कॉलोनी आवास जाएंगे। दोपहर 12 बजे अपने आवास पर ही एचएएल अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। दोपहर दो बजे एकल अभियान के परिवर्तन कुंभ में डॉ. राममनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय जाएंगे। कार्यक्रम के बाद शाम चार बजे एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना हो जाएंगे।