देश में कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण आरंभ हो गया है और इसी कड़ी में आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आर्मी रिसर्च और रिफरल अस्पताल में वैक्सीन की पहली डोज़ लगवाई। बता दें कि दूसरे चरण की शुरुआत पीएम मोदी ने वैक्सीन लगवाकर की थी। टीका लगवाने के बाद राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत में जारी विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान अत्यंत गर्व का विषय है।
राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों वैक्सीन को स्वदेशी तकनीक से उत्पादित किया जाता है। इनमें से कौवैक्सीन तो पूरी तरह से स्वदेशी है। राष्ट्रपति कोविंद को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ देश में लागू एक प्रावधान के तहत दी गई, जिसके मुताबिक, 60 साल की उम्र से अधिक लोग व गंभीर बीमारी से पीड़ित 45 साल के लोग कोरोना की वैक्सीन लगवा सकते हैं। बता दें कि, उक्त उम्र सीमा के अंतर्गत आने वाले सभी लोग सरकारी अस्पतालों में जाकर निःशुल्क कोरोना की वैक्सीन लगवा सकते हैं।
इसके अतिरिक्त प्राइवेट अस्पताओं में इसके लिए लोगों को 250 रुपये का शुल्क चुकाना होगा। इस प्रावधान का लाभ उठाते हुए पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन समेत कई नेता पहले ही वैक्सीन लगवा चुके हैं। इसके अलावा बिहार के सीएम नतीश कुमार, उड़ीशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं।