आज भी बेहद कारगर है, दैत्यों के गुरु द्वारा दिए गये जिंदगी के कुछ अचूक मंत्र हैं कारगर

हर इंसान और सभी कुल का कोई न कोई गुरु जरूर होता है। लेकिन क्या आपने कभी भी दो पल ठहर के सोचा कि आखिर भगवान का गुरु कौन है? गुरु आगे बढ़ने की सीख देता है, आगे का रास्ता बताता है हर कदम पर अपने शिष्य का साथ देता है। देवताओं के गुरु बृहस्पति है। वैसे ही दानवों के गुरु है शुक्राचार्य।

हमारी कुंडली में जो गुरु और शुक्र ग्रह है वो इन दोनों गुरु बृहस्पति और शुक्राचार्य के ही प्रतिनिधि हैं। शुक्राचार्य गुरु भृगु के बेटे थे। उन्होंने अपनी शिक्षा के लिए ऋषि अंगिरस को अपना गुरु बनाया। लेकिन उनके गुरु शुक्राचार्य पर कम और अपने बेटे पर ज्यादा ध्यान देते थें। जिस वजह से दैत्यों के गुरु अंगिरस को छोड़ कर भगवान शिव की शरण में आ गए। भगवान शिव ने उन्हें शास्त्र और शस्त्र दोनों की शिक्षा दी। भगवान शिव ने ही समुद्र मंथन के बाद शुक्राचार्य को ऐसी संजीवनी बूटी दी जिससे मृत प्राण में जान फूंक दी जाती है।

गुरु महान होने के साथ-साथ एक अच्छे नीतिकार भी थे। उनकी बनाई गई नीतियां आज भी जिंदा है। शुक्रनीति के एक श्लोक में 9 ऐसी बातें बताई गई है जिनको कभी किसी के सामने नहीं करना चाहिए।

आयु

कहते हैं न कभी भी किसी को अपनी उम्र नहीं बतानी चाहिए। क्योंकि अपनी असल उम्र बताने से जिंदगी पर बुरे असर दिखाई देते हैं। अपनी आयु को जितना छुपा कर रखा जाए उतना ही आरके लिए अच्छा होता है।

धन

आपके पास कितनी जायदाद है इस बात की जानकारी जितने कम लोगों को होती है उतना ही आपके लिए अच्छा होता है। रुपये से ही जिंदगी के हर सुख और सुविधाएं खरीदी जा सकती है। इसलिए अपने रुपये की जानकारी हर किसी को कभी नहीं देनी चाहिए। कभी-कभी लोग आपके दद्वरा दी गई जानकारी का गलत फायदा भी ले सकते हैं।

मंत्र

हर कोई अपनी खुशहाली के लिए रोज पूजा-पाठ करते हैं। लेकिन अपनी पूजा में वो किन मंत्रों का जाप कर रहे हैं यह बात हर किसी को बताने के लिए नहीं होती है।

औषधि

औषधि का सीधा स मतलब है डॉक्टर। अपने डॉक्टर का चुनाव हर किसी को बड़े ही सोच समझ कर करना चाहिए। क्योंकि अपने डॉक्टर को आप वो हर बात बताते हैं जो आपकी सेहत से जुड़ी हुई होती है। ऐसे में आपके दुश्मनों को आपकी कमजोरी का पता लगने का खतरा बढ़ जाता है।

दान

आपकी इच्छा से किया गया थोड़ा दान भी फलीभूत हो जाता है अगर आप इस बारे में किसी के सामने चर्चा न करे। दान एक ऐसा पुण्य है जो तब ही फल देता है जब आप उसके बारे में किसी को न बताए। कुछ लोग अपनी महानता, तारीफ  और दिखावा करने के लिए अपने दान का सबके सामने बखान कर देते हैं। उनके किए गए सभी पुण्य बेकार हो जाते हैं।

अपमान

मनुष्य को यदि कभी अपमान का सामना करना पड़ जाए तो उसे इस बात को सभी से गुप्त ही रखना चाहिए। यह बात दूसरों को बताने से आपके लिए ही नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। दूसरों को पता चलने पर वे भी अपना सम्मान करना छोड़ देंगे और आप हंसी का पात्र भी बन सकते हैं।

घर के दोष

कई लोग घर के दोषों से पीड़ित होते हैं, जिसकी वजह से उन्हें कई तरह की समस्याओं और परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अपने गृह संबंधी दोषों का वर्णन किसी से भी करना आपके लिए नई मुसीबतों का कारण बन सकता है। गृह शांति के लिए किए जा रहे उपायों का वर्णन यदि किसी से कर दिया जाए तो फिर उसका कोई फल नहीं मिलता है।

मान

काफी लोगों को अपने मान-सम्मान का दिखावा करना अच्छा लगता है। लेकिन उनकी यह आदत उनको अपने ही करीबियों से दूर कर देता है। आप जब किसी के सामने अपना दिखावा करते हैं तो लोगों की नजर में अपने प्रति नफरत को ही जन्म देते हैं।

कामक्रिया

कामक्रिया पति और पत्नी के बीच की अत्यंत गुप्त बातों में से एक होती है। इस बात को जितना गुप्त रखा जाए, उतना अच्छा होता है। पति-पत्नी की निजी बातें किसी तीसरे मनुष्य को पता चलना, उसके लिए परेशानी और कई बार शर्म का भी कारण बन सकती है।

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