प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार लोगों से सीधा संवाद कर रहे हैं. नमो ऐप के जरिए आज पीएम मोदी ने 'प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के लाभार्थियों से बात की. इस दौरान पीएम हेल्थकेयर सेक्टर में किए गए सरकार के काम पर बात की. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने हेल्थकेयर सेक्टर में मिशन मोड में काम किया है, जिसमें अमृत जैसी पहल भी शामिल है. बता दें कि पीएम मोदी लगातार नमो ऐप के जरिए सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बात कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर स्कीम आयुष्मान भारत योजना ला रही है. कुछ लोग इसे 'मोदीकेयर' भी कह रहे हैं. PM मोदी ने कहा कि किसी भी बीमारी में गरीब के लिए सबसे बड़ी चिंता दवाई की होती है, हमारी सरकार लोगों को कम से कम कीमत पर दवाई उपलब्ध करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अभी 3000 से ज्यादा औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं, जहां पर 700 से अधिक दवाईयां मौजूद हैं. PM मोदी ने बातचीत के दौरान कहा कि आज ब्लडप्रेशर और अन्य बीमारियों की दवाई आसानी से उपलब्ध हो रही हैं. वहीं पहले से कम दाम पर मिल रही हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कई लाभार्थियों से सीधी बात की. इस दौरान प्रधानमंत्री से बात करते हुए एक लाभार्थी ने बताया कि पहले उनकी मासिक दवाई का खर्चा 3000 रुपए था, लेकिन अब ये खर्च सिर्फ 400-500 रुपए तक पहुंच गया है. बुधवार को भी पीएम मोदी ने युवा उद्यमियों से बात की थी. मंगलवार को भी पीएम नरेंद्र मोदी ने नमो ऐप के ही जरिए आवास योजना के लाभार्थियों से बात की थी. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले भी नमो ऐप के जरिए उज्जवला योजना, मुद्रा योजना, स्किल इंडिया समेत कई अन्य योजनाओं के लाभार्थियों से बात कर चुके हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी ने वहां के कार्यकर्ताओं से नमो ऐप के जरिए ही बात की थी. नमो ऐप का भरपूर प्रयोग प्रधानमंत्री मोदी ने 17 जून 2017 को नमो ऐप लॉन्च किया था. शुरुआत में सबको लगा कि इस ऐप से सरकार की उपलब्धियों, योजनाओं की जानकारी या प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की जानकारी ली जा सकती है. साथ ही इस ऐप के जरिए पीएम मोदी को सीधे संदेश भी दिया जा सकता है और सरकार के कामकाज के बारे में फीडबैक भी, लेकिन किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पीएम मोदी इस ऐप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आम लोगों से सीधे संवाद भी कर सकते हैं. अब पीएम ने ऐप के जरिए ही सांसदों-विधायकों का फीडबैक भी मांग लिया.   1 करोड़ डाउनलोड हाल ही में बीजेपी के आईटी सेल के संयोजक अमित मालवीय ने बताया था कि अभी तक इस ऐप को लगभग एक करोड़ लोग डाउनलोड कर चुके हैं. जब-जब पीएम मोदी ऐप के जरिये पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करते है उस दिन लगभग 2 लाख से 2.5 लाख लोग ऐप को डाउनलोड करते हैं. मालवीय का ये भी कहना हैं पिछले तीन महीने में 20 लाख से ज़्यादा लोगों ऐप डाउनलोड किया हैं. मोदी 2012 और 2014 में 3डी स्क्रीन के जरिये एक साथ सौ से ज्यादा जगहों पर चुनाव प्रचार करते थे. 2019 का चुनाव आने से पहले पीएम मोदी ने ऐप के ज़रिये कर्नाटक में प्रचार की इस टेक्नोलॉजी से नई लाइन खींच दी हैं. प्रचार के दौरान ऐन मौके पर विरोधियों को चौंकाने में मोदी का कोई सानी नहीं है. बीते साल गुजरात में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जिस तरह ‘सी प्लेन’का इस्तेमाल किया था, वो सभी के लिए हैरान करने वाला था.

आज गरीब को आसानी से मिल रही हैं सस्ती दवाइयां: PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार लोगों से सीधा संवाद कर रहे हैं. नमो ऐप के जरिए आज पीएम मोदी ने ‘प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के लाभार्थियों से बात की. इस दौरान पीएम हेल्थकेयर सेक्टर में किए गए सरकार के काम पर बात की. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने हेल्थकेयर सेक्टर में मिशन मोड में काम किया है, जिसमें अमृत जैसी पहल भी शामिल है. बता दें कि पीएम मोदी लगातार नमो ऐप के जरिए सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बात कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर स्कीम आयुष्मान भारत योजना ला रही है. कुछ लोग इसे ‘मोदीकेयर’ भी कह रहे हैं.

PM मोदी ने कहा कि किसी भी बीमारी में गरीब के लिए सबसे बड़ी चिंता दवाई की होती है, हमारी सरकार लोगों को कम से कम कीमत पर दवाई उपलब्ध करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अभी 3000 से ज्यादा औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं, जहां पर 700 से अधिक दवाईयां मौजूद हैं.

PM मोदी ने बातचीत के दौरान कहा कि आज ब्लडप्रेशर और अन्य बीमारियों की दवाई आसानी से उपलब्ध हो रही हैं. वहीं पहले से कम दाम पर मिल रही हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कई लाभार्थियों से सीधी बात की. इस दौरान प्रधानमंत्री से बात करते हुए एक लाभार्थी ने बताया कि पहले उनकी मासिक दवाई का खर्चा 3000 रुपए था, लेकिन अब ये खर्च सिर्फ 400-500 रुपए तक पहुंच गया है.

बुधवार को भी पीएम मोदी ने युवा उद्यमियों से बात की थी. मंगलवार को भी पीएम नरेंद्र मोदी ने नमो ऐप के ही जरिए आवास योजना के लाभार्थियों से बात की थी.

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले भी नमो ऐप के जरिए उज्जवला योजना, मुद्रा योजना, स्किल इंडिया समेत कई अन्य योजनाओं के लाभार्थियों से बात कर चुके हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी ने वहां के कार्यकर्ताओं से नमो ऐप के जरिए ही बात की थी.

नमो ऐप का भरपूर प्रयोग

प्रधानमंत्री मोदी ने 17 जून 2017 को नमो ऐप लॉन्च किया था. शुरुआत में सबको लगा कि इस ऐप से सरकार की उपलब्धियों, योजनाओं की जानकारी या प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की जानकारी ली जा सकती है. साथ ही इस ऐप के जरिए पीएम मोदी को सीधे संदेश भी दिया जा सकता है और सरकार के कामकाज के बारे में फीडबैक भी, लेकिन किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पीएम मोदी इस ऐप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आम लोगों से सीधे संवाद भी कर सकते हैं. अब पीएम ने ऐप के जरिए ही सांसदों-विधायकों का फीडबैक भी मांग लिया.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार लोगों से सीधा संवाद कर रहे हैं. नमो ऐप के जरिए आज पीएम मोदी ने 'प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के लाभार्थियों से बात की. इस दौरान पीएम हेल्थकेयर सेक्टर में किए गए सरकार के काम पर बात की. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने हेल्थकेयर सेक्टर में मिशन मोड में काम किया है, जिसमें अमृत जैसी पहल भी शामिल है. बता दें कि पीएम मोदी लगातार नमो ऐप के जरिए सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बात कर रहे हैं.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर स्कीम आयुष्मान भारत योजना ला रही है. कुछ लोग इसे 'मोदीकेयर' भी कह रहे हैं.  PM मोदी ने कहा कि किसी भी बीमारी में गरीब के लिए सबसे बड़ी चिंता दवाई की होती है, हमारी सरकार लोगों को कम से कम कीमत पर दवाई उपलब्ध करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अभी 3000 से ज्यादा औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं, जहां पर 700 से अधिक दवाईयां मौजूद हैं.  PM मोदी ने बातचीत के दौरान कहा कि आज ब्लडप्रेशर और अन्य बीमारियों की दवाई आसानी से उपलब्ध हो रही हैं. वहीं पहले से कम दाम पर मिल रही हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कई लाभार्थियों से सीधी बात की. इस दौरान प्रधानमंत्री से बात करते हुए एक लाभार्थी ने बताया कि पहले उनकी मासिक दवाई का खर्चा 3000 रुपए था, लेकिन अब ये खर्च सिर्फ 400-500 रुपए तक पहुंच गया है.  बुधवार को भी पीएम मोदी ने युवा उद्यमियों से बात की थी. मंगलवार को भी पीएम नरेंद्र मोदी ने नमो ऐप के ही जरिए आवास योजना के लाभार्थियों से बात की थी.  आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले भी नमो ऐप के जरिए उज्जवला योजना, मुद्रा योजना, स्किल इंडिया समेत कई अन्य योजनाओं के लाभार्थियों से बात कर चुके हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी ने वहां के कार्यकर्ताओं से नमो ऐप के जरिए ही बात की थी.  नमो ऐप का भरपूर प्रयोग   प्रधानमंत्री मोदी ने 17 जून 2017 को नमो ऐप लॉन्च किया था. शुरुआत में सबको लगा कि इस ऐप से सरकार की उपलब्धियों, योजनाओं की जानकारी या प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की जानकारी ली जा सकती है. साथ ही इस ऐप के जरिए पीएम मोदी को सीधे संदेश भी दिया जा सकता है और सरकार के कामकाज के बारे में फीडबैक भी, लेकिन किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पीएम मोदी इस ऐप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आम लोगों से सीधे संवाद भी कर सकते हैं. अब पीएम ने ऐप के जरिए ही सांसदों-विधायकों का फीडबैक भी मांग लिया.    1 करोड़ डाउनलोड  हाल ही में बीजेपी के आईटी सेल के संयोजक अमित मालवीय ने बताया था कि अभी तक इस ऐप को लगभग एक करोड़ लोग डाउनलोड कर चुके हैं. जब-जब पीएम मोदी ऐप के जरिये पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करते है उस दिन लगभग 2 लाख से 2.5 लाख लोग ऐप को डाउनलोड करते हैं. मालवीय का ये भी कहना हैं पिछले तीन महीने में 20 लाख से ज़्यादा लोगों ऐप डाउनलोड किया हैं.  मोदी 2012 और 2014 में 3डी स्क्रीन के जरिये एक साथ सौ से ज्यादा जगहों पर चुनाव प्रचार करते थे. 2019 का चुनाव आने से पहले पीएम मोदी ने ऐप के ज़रिये कर्नाटक में प्रचार की इस टेक्नोलॉजी से नई लाइन खींच दी हैं.  प्रचार के दौरान ऐन मौके पर विरोधियों को चौंकाने में मोदी का कोई सानी नहीं है. बीते साल गुजरात में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जिस तरह ‘सी प्लेन’का इस्तेमाल किया था, वो सभी के लिए हैरान करने वाला था.

1 करोड़ डाउनलोड

हाल ही में बीजेपी के आईटी सेल के संयोजक अमित मालवीय ने बताया था कि अभी तक इस ऐप को लगभग एक करोड़ लोग डाउनलोड कर चुके हैं. जब-जब पीएम मोदी ऐप के जरिये पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करते है उस दिन लगभग 2 लाख से 2.5 लाख लोग ऐप को डाउनलोड करते हैं. मालवीय का ये भी कहना हैं पिछले तीन महीने में 20 लाख से ज़्यादा लोगों ऐप डाउनलोड किया हैं.

मोदी 2012 और 2014 में 3डी स्क्रीन के जरिये एक साथ सौ से ज्यादा जगहों पर चुनाव प्रचार करते थे. 2019 का चुनाव आने से पहले पीएम मोदी ने ऐप के ज़रिये कर्नाटक में प्रचार की इस टेक्नोलॉजी से नई लाइन खींच दी हैं.

प्रचार के दौरान ऐन मौके पर विरोधियों को चौंकाने में मोदी का कोई सानी नहीं है. बीते साल गुजरात में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जिस तरह ‘सी प्लेन’का इस्तेमाल किया था, वो सभी के लिए हैरान करने वाला था.

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