मध्य प्रदेश के रीवा में स्थापित 750 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को सुबह 11 बजे लोकार्पण करेंगे.
पीएम वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए एशिया की सबसे बड़ी माने जाने वाली सौर ऊर्जा परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
एमपी में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनने के बाद पहली बार पीएम मोदी राज्य के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं, जो काफी अहम माना जा रहा है.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है, ’10 जुलाई को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश के रीवा में बने 750 मेगावाट की सौर परियोजना का उद्घाटन करूंगा.
यह सौर परियोजना 2022 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को गति प्रदान करती है.’ इस परियोजना में 250-250 मेगावाट की तीन सौर उत्पादन इकाइयां शामिल हैं. इस परियोजना से लगभग 15 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर कार्बन उत्सर्जन की संभावना है.
यह सौर परियोजना राज्य के बाहर एक संस्थागत ग्राहक को आपूर्ति करने वाली पहली अक्षय ऊर्जा परियोजना भी है. कोयला पावर प्लांट के मुकाबले इस परियोजना से सस्ती बिजली मिल रही है. यहां से दो रुपये 97 पैसे प्रति यूनिट बिजली बेची जा रही है.
यह दिल्ली मेट्रो को अपनी कुल उत्पादन का 24 प्रतिशत बिजली देगी जबकि शेष 76 प्रतिशत बिजली मध्य प्रदेश के राज्य बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को आपूर्ति की जाएगी.
बता दें कि रीवा के 1590 एकड़ जमीन पर स्थापित एशिया के सबसे सौर परियोजना में जनवरी 2020 से ही बिजली का उत्पादन शुरू हो चुका है.
मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम और भारत सरकार के सौर ऊर्जा निगम के संयुक्त उपक्रम के तौर पर इसे स्थापित किया गया है. यहां तीन निजी कंपनियां 250-250 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रही हैं.
इस परियजोना से प्रतिदिन 37 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है. यहां से पैदा हुई बिजली को ग्रिड में भेजा जाता है, जहां से मध्य प्रदेश और अन्य इलाकों में बिजली भेजी जाती है.