आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रयागराज जिले के 75 अमृत सरोवर साक्षी बनेंगे। ये सरोवर 10 अगस्त तक हर हाल में तैयार किए जाने हैं। इन तालाबों पर स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहरण के साथ आजादी का जश्न मनाया जाएगा। एक तालाब कम से कम एक एकड़ का होगा। इसमें दस हजार क्यूबिक मीटर पानी की व्यवस्था होगी। यह एक तरह से आने वाले समय में जल की कमी से लडऩे की तैयारी भी होगी। स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के जन्म स्थान वाले क्षेत्र को वरीयता मिलेगी और इनके ही नाम पर तालाबों नामकरण होगा। यह पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होंगे।
तालाबों का चयन किया जा रहा: इन सरोवरों को तैयार करने की जिम्मेदारी अपने-अपने क्षेत्र में ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत और नगर निगम की होगी। शासन ने इसके लिए जिले में सरकारी आर्डर भेज दिया है और अधिकारियों ने तालाबों का चयन शुरू कर दिया है।
अमृत सरोवर पर होगा सुंदरीकरण : आजादी के 75 वें वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसमें देश जिन संकल्पों को लेकर आगे बढ़ रहा है, उनमें जल संरक्षण भी एक है। प्रदेश सरकार के स्वच्छ भारत, जलशक्ति तथा कब्जा मुक्ति के आह्वान पर प्रयागराज जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए जाएंगे। यह सरोवर ऐसे होंगे जिनमें बाहर से गंदा पानी न आ सके। 23 ब्लाकों समेत शहर में इसके लिए सर्वे शुरू हो गया है। सरोवरों को बनाने में पंचायत निधि के अलावा सांसद विधायक निधि व अन्य स्रोतों का इस्तेमाल होगा। अमृत सरोवर पर सुंदरीकरण के साथ पथ-वे, पौधरोपण, ध्वजारोहण स्थल, मीटिंग हाल भी बनेगा। ब्लाक स्तर के अधिकारियों को इस योजना को तेजी के साथ क्रियान्वयन के लिए कहा गया है।
बोले सीडीओ- 10 अगस्त से पहले बनेंगे अमृत सरोवर : मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) शिपू गिरी के अनुसार अमृत सरोवर से संबंधित जीओ आया है। सरोवरों की चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। अमृत सरोवर 10 अगस्त से पहले बन जाएंगे। ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत व नगर निगम अलग-अलग संख्या में इन्हें बनाएगा।