ऐसा कहा जाता है कि महिलाएं पीरियड्स में मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकती है लेकिन आज तक इसके पीछे का रहस्य या कारण कोई नहीं जानता होगा। लेकिन आज हम आपको इसके पीछे पीछे का बड़ा कारण बता रहे है।
धर्म में भी कहीं यह नहीं कहा गया कि पीरियड्स के दौरान महिला अपवित्र हो जाती है या मन्दिर नहीं जा सकती। पहले के जमाने में मेहनत ज्यादा करनी पड़ती थी, क्योंकि इतनी सुविधाएं नहीं थी और सेनेटरी पैड भी नहीं होते थे। इस वजह से उन्हें घर के बाकी हिस्सों से दूर रखा जाता था, ताकि घर साफ रहे और उन्हें आराम मिले।
लड़कियों को मंदिरों में आने से रोकने की जगह अगर यहां उन्हें सैनिटरी पैड्स बांटे जाएं तो शायद मंदिरों में उनकी आस्था और भी बढ़ जाएगी। इस सुझाव पर बहुत लोगों को आपत्ति हो सकती है लेकिन कहते हैं कि परिवर्तन ही स्थायी है। इसलिए बदलते वक्त के साथ खुद को और समाज के नियमों को बदलने में ही समझदारी होती है।