क्या आप जातने हैं कि जहां एक तरफ कम पैसे में ज्यादा डेटा देने की होड़ मची हुई है वहीं दूसरी तरफ देश के 25 करोड़ मोबाइल यूजर्स को लिए बुरी खबर आई है। हालांकि, इसके बाद भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इसका विरोध किया है। ट्राई ने साथ दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों से कहा है कि वे समुचित प्री-पेड बैलेंस रखने वाले ग्राहकों की सेवा को तुरंत बंद न करें।
दरअसल, एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया ने हर माह एक निश्चित सीमा से कम राशि खर्च करने वालों के मोबाइल कनेक्शन बंद करने का प्लान बनाया है। ट्राई ने कंपनियों द्वारा ग्राहकों को हर महीने अनिवार्य तौर पर रीचार्ज करने के लिए कहने को काफी गंभीरता से लिया है।
ट्राई के चेयरमैन आरएस शर्मा ने कहा कि टैरिफ और प्लान के मामले में आमतौर पर हम हस्तक्षेप नहीं करते हैं। लेकिन यदि अकाउंट में समुचित बैलेंस होता है और इसके बाद भी ग्राहकों को कहा जाता है कि सेवा बंद की जा रही है, तो यह सही नहीं है। इस बारे में मंगलवार को दूरसंचार कंपनियों को निर्देश भेजा जा चुका है।
ट्राई ने कंपनियों को कहा है कि वे ग्राहकों को तत्काल सभी सूचनाएं एसएमएस के जरिए भेजें और इसमें 72 घंटे से अधिक की देरी न हो। कंपनियों को भेजे गए निर्देश में ट्राई ने कहा कि तब तक के लिए उन ग्राहकों की सेवा समाप्त नहीं की जानी चाहिए, जिनके प्री-पेड अकाउंट में न्यूनतम रीचार्ज राशि के बराबर बैलेंस हो।दो बड़ी दूरसंचार कंपनियों भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने न्यूनतम मासिक रीचार्ज प्लान की घोषणा की है, जिसकी शुरुआत 35 रुपए से होती है।
वोडाफोन, आइडिया और भारती एयरटेल अपने ऐसे ग्राहकों के मोबाइल कनेक्शन को बंद करने की योजना बना रहे हैं, जो हर महीने नेटवर्क पर 35 रुपये से कम खर्च करते हैं। अगर ऐसा हुआ तो इन कंपनियों के करीब 20 करोड़ 2जी उपभोक्ताओं का मोबाइल कनेक्शन बंद किया जा सकता है। इस दायरे में एयरटेल के करीब 10 करोड़ उपभोक्ता हैं वहीं वोडाफोन, आइडिया के करीब 15 करोड़ उपभोक्ताओं का कनेक्शन बंद हो सकता है।