अपने पार्टनर के साथ अच्छा रिलेशन हमे एक-दूसरे के ज्यादा करीब लाता है. पार्टनर के साथ किया गया प्यार एक ऐसी क्रिया है जिसमें कपल में प्यार बढ़ जाता है जिसके बाद वो एक दूसरे के ज्यादा करीब आ जाते हैं. इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने पार्टनर की उम्मीदों पर खरे उतरें, और संभोग के दौरान ऐसा कुछ न करें जिससे कि आपकी पार्टनर असहज महसूस करे.
क्या कभी आपने अपने देश की आबादी के विषय में सोचा है, क्या कभी आपने जानना चाहा है कि हमारे देश की आबादी इतनी ज्यादा क्यों है? नहीं तो हम आपको बता दें कि इसके पीछे रहस्य कि आखिर भारतीयों को कॉन्डम से परहेज क्यों है?
एक सर्वे में पता चला है कि करीब 95% भारतीय कॉन्डम का इस्तेमाल ही नहीं करते। अब ऐसा क्या कारण है जो भारत की इतनी जनसंख्या कॉन्डम के इस्तेमाल से परहेज़ कर रही है। इस बारे में जब लोगों से पूछा गया तो उन्होंने बड़े ही अजीब तरह के तर्क दिये। लोगों ने ऐसे जवाब दिये कि आप विश्वास ही नहीं करेंगे, तो आइए अब हम आपको भी वो जवाब सुनाते हैं।
स्टूडेंट : बता दें कि इस सर्वे में अधिकतर लोग स्टूडेंट थे। इनका कहना है कि हम कॉन्डम खरीदें किसके लिए? जो अपना काम है, वो तो बिना कॉन्डम के भी हो ही जाता है तो क्यों अन्य चीजों के खरीदने के पैसे से हम ऐसी चीज खरीदें?
मान लो अगर कॉन्डम खरीदने की नौबत आ भी जाए तो उसे मेडिकल स्टोर से खरीदने जाए तो कौन जाए? मेडिकल स्टोर वाले से अगर आप कॉन्डम के लिए पूछें भी तो वह आपको ऐसे देखता है जैसे आपका करेक्टर ढीला हो।
वहीं कई कुंवारे लोगों का कहना है कि अगर सेक्स करते समय लड़का या लड़की दोनों में से जो भी किस्मत से आई इस सुहानी घड़ी पर अपने पास से कॉन्डम निकालेगा उसे सामने वाला क्या समझेगा, क्या आपने इस विषय पर विचार किया है, वो चालू समझेगा और सोचेगा कि ये उसकी पहले से ही प्लॉनिंग थी जिसके चलते सारा खेल बनने के बजाए बिगड़ भी सकता है। वहीं कुछ लोगों ने मजाकिए अंदाज में कहा कि जितना समय उसे चढ़ाने उतारने में लग जाता है उतनी देर में तो अपना सारा काम हो जाता है।
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साथ ही साथ शादीशुदा लोगों ने कहा कि कॉन्डम रखना बहुत ही रिस्की काम है क्योंकि उसे अगर जेब में रखा और बीवी ने पकड़ लिया तो मुसीबत आ जाएगी या फिर घर में रखा तो मां या काम वाली बाई ने सफाई करते समय देख लिया तो आप ही बताएं इससे ज्यादा शर्म की बात और क्या हो सकती है।
वहीं लोगों का यह भी कहना था कि पहले तो बेशर्म की तहर केमिस्ट वाले से इसे खरीद कर लाओ और फिर अगर वो बीच में ही फट जाए तो पैसे तो बर्बाद होंगे ही साथ में हॉस्पिटल के चक्कर भी काटने पडेंगे।
इन सब चीजों से हटकर परे स्वदेशी-समर्थकों ने कहा, कॉन्डम एक विदेशी कल्चर है जिसे वहीं की कंपनिया बनाती हैं तो मार्केट में जब तक पतंजलि का आयुर्वेदिक कॉन्डम नहीं आ जाता तब तक वे इसे हम हाथ तक नहीं लगाएंगे।
अब तो शायद दोस्तों हमें ये बताने की जरूरत नहीं है कि कैसे हमारी जनसंख्या इतनी तेजी से बढ़ी है। अब आपके पास इससे हट किसी और वजह की जानकारी हो तो जरूर बताएं।