डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम के साथ संबंधों पर उठ रहे सवालों के बीच इस शख्स ने आखिरकार चुप्पी तोड़ दी और जवाब देते हुए कई बड़े खुलासे किए, जानिए
बठिंडा की मौड़ मंडी में करीब एक वर्ष हुए बम ब्लास्ट पर लंबे समय बाद कांग्रेस नेता हरमंदर जस्सी ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि डेरे से उनका कोई संबंध नही है, वह तो अपनी बेटी से मिलने जरूर उसेके घर जाते हैं और उन्होंने कभी डेरे की किसी भी गतिविधि में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि बेटी डेरे के खास समागमों में जरूर जाती है। उन्होंने कहा कि मौड़ बम ब्लास्ट में उनका नाम डेरे के साथ जोड़ना गलत है। जस्सी ने बम ब्लास्ट की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की।
जस्सी शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। जस्सी ने कहा कि वह पंजाब पुलिस की जांच से भी संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द मौड़ बम ब्लास्ट के आरोपियों को लोगों कचहरी में लाना चाहिए, इसके लिए सरकार को सीबीआई से जांच करानी चाहिए। जस्सी ने अपने रिश्तेदार भूपिंदर गोरा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जांच को गलत दिशा में ले जाने के के लिए मनगढ़त व गलत बयानबाजी कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार घायलों का इलाज अपने खर्च पर करवाए और मृतकों के परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे। जस्सी ने कहा कि आज जो पीड़ित परिवार उन पर आरोप लगा रहे हैं, वह अपनी जगह सही है, क्यों कि मेरे कारण ही उक्त ब्लास्ट हुआ था। जस्सी ने कहा कि अगर किसी की मेरे साथ कोई दुशमनी थी और मुझे ही मारना था तो मुझे सीधे गोली मार देता, बम ब्लास्ट कर मासूम बच्चों की जान क्यों ली।
मीडिया कर्मियों के बम ब्लास्ट मामले डेरे से जुड़ने के सवाल पर जस्सी गोल मोल जवाब देकर टालते रहे और एक ही राग अलापते रहे कि डेरे से उनका कोई संबंध नही और वह डेरे की किसी गतिविधि में हिस्सा नही लेते हैं। जस्सी ने दावा किया वह पंचकूला उस दिन गए ही नहीं, जिस दिन डेरा मुखी को सजा सुनाई गई थी। मीडिया ने जब पूछा कि पंचकूला की एसआईटी ने आपसे पूछताछ क्यों की तो जस्सी ने बिना कोई जवाब दिए बात को किसी और तरफ ही मोड़ दिया।
उल्लेखनीय है कि 30 जनवरी 2017 को रात करीब साढ़े आठ बजे मौड़ मंडी में जस्सी की सभा खत्म होने के बाद बम ब्लास्ट हो गया था। इसमें छह बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी और करीब तीस लोग घायल हुए थे।