अमेरिका ने पिछले महीने टी20 वर्ल्ड कप की संयुक्त मेजबानी की थी। इस दौरान अमेरिका की मेजबानी पर कई तरह के सवाल भी उठे हैं। आईसीसी ने सोमवार को श्रीलंका में बैठक की थी और इस बैठक में आईसीसी ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए 12 महीनों के लिए सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा एक और बोर्ड को 12 महीनों के लिए सस्पेंड किया गया है।
अमेरिका क्रिकेट को आईसीसी की तरफ से बहुत बड़ा झटका लगा है। अमेरिका क्रिकेट को आईसीसी ने 12 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है। आईसीसी ने अमेरिका से कहा है कि वह इस संस्पेंशन के दौरान अपने कामकाज के प्रक्रिया में सुधार करे ताकि जिन नतीजों की उससे उम्मीद का जा रही है वो उन्हें हासिल करे। अगर ऐसा नहीं हो पता है तो फिर अमेरिका क्रिकेट को लंबे समय के लिए सस्पेंड कर दिया जाएगा।
ये फैसला सोमवार को श्रीलंका के कोलंबो में हुई आईसीसी बोर्ड की बैठक में लिया गया है। इस बैठक में अमेरिका द्वारा टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी के रिव्यू का फैसला भी किया गया जिसमें विश्व संस्थान के कई आधिकारियों को परेशानी में डाल दिया है।
बनाई कमेटी
इस रिव्यू के लिए आईसीसी ने एक कमेटी का गठन किया है जिसमें साउथ अफ्रीका के लॉसन नाइडो, सिंगापुर के इमरान ख्वाजा, न्यूजीलैंड के रोजर टॉस शामिल हैं। आईसीसी ने अपने एक बयान में कहा, “आईसीसी बोर्ड इस बात की पुष्टि करता है कि टी20 वर्ल्ड कप की जिस तरह से मेजबानी की गई है उसका रिव्यू किया जाएगा। इसे तीन डायरेक्टर देखेंगे इसमें लॉसन नाइडो, इमरान ख्वाजा और रोजर टॉस शामिल हैं और ये बोर्ड को रिपोर्ट करेंगे।”
दो अधिकारियों ने दिया था इस्तीफा
टी20 वर्ल्ड कप-2024 के बाद आईसीसी के दो अधिकारियों ने इस्तीफा दिया था। क्लायर फर्लोंग और क्रिस टेटली ने अपने पद छोड़ दिए थे। क्रिकबज के मुताबिक, हालांकि आईसीसी ने कहा था कि दोनों अपने पद छोड़ेंगे इस बात की उम्मीद पहले से की जा रही थी।
अमेरिका नहीं बैठता फिट
वहीं आईसीसी ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिका क्रिकेट बोर्ड में प्रशासन ठीक नहीं है और इसलिए वह मौजूदा समय में आईसीसी के मानको में फिट नहीं बैठता है। अमेरिका के साथ चिली क्रिकेट को भी 12 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। आईसीसी ने बयान में कहा, “अमेरिका क्रिकेट और क्रिकेट चिली, दोनों बोर्ड को आधिकारिक तौर पर 12 महीने का नोटिस दिया गया है ताकि वह अपने कामकाज में सुधार करें और आईसीसी मेंबरशिप के जो पैमाने हैं वहां तक अपने आप को लेकर आएं। दोनों में से कोई भी आईसीसी द्वारा तय किए प्रशासन के मानकों में फिट नहीं बैठता है।