इसे कीमतों के युद्ध का नतीजा कहें या दूर संचार क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा कि जियो को छोड़कर अन्य टेलिकॉम कंपनियों की वित्तीय हालत लगातार खराब हो रही है. वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में आइडिया सेल्युलर का घाटा तीन गुना बढ़कर 930.6 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
बता दें कि अपनी इस हालत के लिए आइडिया सेल्युलर ने गलाकाट प्रतिस्पर्धा और कड़ी नियामकीय चुनौतियों को जिम्मेदार बताया है.आइडिया को वित्त वर्ष 2017-18 में 4,139.90 करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान हुआ, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में कंपनी का घाटा 404 करोड़ रुपये रहा था. वहीँ ऑपरेटिंग रेवेन्यू 24 कम होकर 6,137.3 करोड़ रुपये रहा.
जबकि दूसरी ओर प्रमुख प्रतिस्पर्धी कम्पनी रिलायंस जियो को इसी अवधि में 510 करोड़ रुपये का लाभ हुआ.सितंबर 2016 में जियो के प्रवेश के बाद दूर संचार क्षेत्र में मूल्य युद्ध छिड़ गया और इसका सीधा और नकारात्मक असर अन्य कंपनियों पर पड़ा है.ट्राई से मिली जानकारी के अनुसार रिलायंस जियो की प्रगति जारी है . रिलायंस जियो ने फरवरी में 80 लाख 74 हजार नए ग्राहक जोड़े तो ही हैं, साथ ही कंपनी का मार्केट शेयर 15 फीसदी के आंकड़े को पार कर गया है.लेकिन एयरटेल 29.6 करोड़ ग्राहकों आधार के साथ पहले नंबर पर है.
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal