आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में एक सामाजिक स्वास्थ्यकर्मी (आशा वर्कर) की रविवार सुबह एक अस्पताल में मौत हो गई. आशा वर्कर को कोरोना वैक्सीन लगी थी. हालांकि अधिकारियों ने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक होने की वजह से महिला की मौत हुई है.

मरने वाली महिला आशा वर्कर की पहचान विजय लक्ष्मी (42) के रूप में की गई है. विजय लक्ष्मी को 19 जनवरी को कोरोना की वैक्सीन लगी थी. वैक्सीन लगने के तुरंत बाद विजय लक्ष्मी बीमार पड़ गईं. 21 जनवरी को अचानक बेहोश होने पर उन्हें गुंटूर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
डॉक्टरों ने रविवार सुबह विजय लक्ष्मी को मृत घोषित कर दिया और उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया था ताकि मौत के कारणों का पता चल सके.
इस बीच, विजय लक्ष्मी के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने की वजह से यह मौत हुई है. जिला कलेक्टर सैमुअल आनंद कुनार ने अस्पताल में मृतक के परिवार से मुलाकात की और विजय लक्ष्मी के बेटे को नौकरी, घर की जगह और सरकार की तरफ से आर्थिक मदद मुहैया कराने का वादा किया है.
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए पूरे देश में स्वास्थ्यकर्मियों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शनिवार तक टीकाकरण अभियान के तहत वैक्सीन लगवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों की कुल संख्या 15 लाख को पार कर गई. प्रोविजनल रिपोर्ट के मुताबिक 27,776 सत्रों में शाम छह बजे तक कुल 15,37,190 लाभार्थियों को टीका लगा.
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