19 जुलाई को उस व्यक्ति ने साइबर क्राइम पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई कि साइबर अपराधियों ने उसे तमिलनाडु सरकार से टेंडर दिलाने के बहाने ठगा है।
अहमदाबाद के एक व्यक्ति ने ऑनलाइन जुए में 27 करोड़ हार जाने के बाद ठगी की एक झूठी कहानी रची। जुए में पैसा हारा व्यक्ति एक प्रकाशक है। पैसा हारने के बाद उस व्यक्ति ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ ठगी हुई है। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तब यह खुलासा हुआ कि शिकायतकर्ता ही दोषी है।
पूरा मामला जा रह जायेंगे दंग
19 जुलाई को उस व्यक्ति ने साइबर क्राइम पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई कि साइबर अपराधियों ने उसे तमिलनाडु सरकार से टेंडर दिलाने के बहाने ठगा है। उसने एफआईआर में कहा कि साइबर अपराधियों ने उससे स्टेशनरी उपलब्ध कराने के लिए बोली लगाने को कहा था। इसके लिए उन साइबर अपराधियों ने 27 करोड़ रुपए की मांग की थी।
जांच में पुलिस के हाथ लगा ..
जब पुलिस ने मामले की जांच की तो उन्होंने पाया कि आरोपी का नंबर बैंगलोर का था। सिटी पुलिस आरोपी के घर पहुंची तो पता चला कि वह कोई आरोपी नहीं बल्कि एक मोबाइल पेमेंट प्लेटफॉर्म का डायरेक्टर है। इसके बाद पुलिस ने शिकायतकर्ता से पूछताछ किया। पूछताछ में पुलिस ने यह पाया कि शिकायतकर्ता ऑनलाइन जुए में 27 करोड़ हार गया था।
पुलिस ने कहा कि शिकायतकर्ता ने जुए में पैसे हारने के बाद कर्ज चुकाने के लिए मोबाइल भुगतान प्लेटफॉर्म के मालिक को फंसाने की साजिश रची थी। साइबर क्राइम पुलिस ने झूठी शिकायत दर्ज कराने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दीया है।