भारत ने इंग्लैंड को चेन्नई के चेपॉक में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में 317 रनों से हरा दिया. इस जीत के साथ ही भारत ने चार मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है. मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा कि मैच के नतीजे में टॉस को कोई रोल नहीं था. साथ ही कोहली ने चेन्नई के दर्शकों को टीम का हौसला अफजाई करने के लिए धन्यवाद दिया.
विराट कोहली ने कहा कि अपने घर पर पहले टेस्ट में दर्शकों को स्टैंड में नहीं देखना थोड़ा अजीब लगा. इस मैच में दर्शकों ने काफी अंतर पैदा किया. चेन्नई के दर्शकों को क्रिकेट की काफी समझ है. गेंदबाजों को दर्शकों का साथ मिलना काफी जरूरी होता है. उनकी हौसला अफजाई करने की जिम्मेदारी मेरे कंधे पर होती है.
आपको बता दें कि क्रिकेट की भाषा में दर्शकों को 12वां खिलाड़ी कहा जाता है. कोई भी टीम अपने घर में खेल रही तो हो इसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश करती है और चेन्नई में टीम इंडिया ने भी ये किया. दर्शकों ने जहां टीम इंडिया की हौसला अफजाई की तो वहीं खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का जोश बढ़ाया.
विराट कोहली ने कहा कि सच कहूं, तो पहले टेस्ट में दो दिनों तक हम मैदान पर उतने ऊर्जावान नहीं दिखे. लेकिन उस टेस्ट की दूसरी पारी से हमारी बॉडी लैंग्वेज और बेहतर हुई. उन्होंने कहा कि यह टेस्ट हमारे लिए बहुत बढ़िया रहा. दोनों टीमों के लिए परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण थीं, लेकिन हमने बल्ले के साथ उनसे बेहतर खेल दिखाया. हमने टर्न और बाउंस का बखूबी सामना किया और मैच 600 से ज्यादा रन बनाए. हम जानते थे कि बोर्ड पर रन लगे होने से गेंदबाजों का काम आसान हो जाएगा.
कोहली ने कहा कि टॉस का इस मैच में कोई रोल नहीं था. अगर आप हमारी दूसरी पारी को देखें, तो हमने 300 से ज्यादा रन बनाए. यदि विपक्षी टीम भी टॉस जीत जाती, तो कोई फर्क नहीं पड़ता. दोनों टीमों को पहले ही सत्र से खेल में रहना चाहिए चाहे वह स्पिनर्स के मददगार हो, या तेज गेंदबाजों के.
कप्तान ने माना कि ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर काफी मेहनत की थी. पंत ने अपना वजन काफी कम किया है और उनकी विकेटकीपिंग में काफी सुधार आया है. पंत ने टर्न और बाउंस के बावजूद विकेट के पीछे शानदार प्रदर्शन किया. अक्षर के लिए यह खास पल था. अक्षर यदि फिट होते, तो पहला टेस्ट भी खेलते. अक्षर इस पिच पर गेंदबाजी करने के लिए काफी उत्सुक थे. उम्मीद है कि वह इस प्रदर्शन को आने वाले मैचों में बरकरार रखेंगे.
कोहली ने कहा कि मैं खुद को बेहतर बनाने और अपनी गलतियों को सुधारने में बहुत गर्व महसूस करता हूं. अगर मैं पहली पारी में कोई गलती करता हूं, तो मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि अगली पारी में इस गलती को ना दोहराऊं. अश्विन ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और मेरे साथ उनकी साझेदारी काफी अहम थी. कप्तान ने कहा कि मुझे अपने डिफेंस पर काफी भरोसा था और इस पिच पर आसानी से चार सत्रों तक बैटिंग कर सकता था. अहमदाबाद काफी चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है. इंग्लैंड की टीम में अच्छे खिलाड़ी हैं और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा.