देश में आम बजट पेश होने के बाद राजनीतिक बयानबाजियां तेज हो गईं हैं। इसी क्रम में सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बजट को जनविरोधी बताया। उन्होंने कहा कि इस पेपरलेस बजट में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बजट अमीरों को और धनवान व निर्धन को और गरीब बनाएगा, वहीं मध्यम वर्ग को इसमें कुछ भी नहीं मिला है।
ममता ने लोगों से कहा कि चिंता न करें, क्योंकि इस बार मां, माटी, मानुष (टीएमसी) सरकार वापस सत्ता में आ रही है। वहीं उन्होंने भाजपा को एक गैस का गुब्बारा बताया। वहीं इससे पहले
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओब्रायन ने कहा कि भारत का पहला कागज रहित बजट शत-प्रतिशत दूरदर्शिता रहित बजट भी है। इस फर्जी बजट की थीम भारत को बेचना है। उन्होंने कहा कि रेलवे बिक गया, हवाईअड्डे बिक गए, बंदरगाह बिक गए, बीमा कंपनियां बिक गईं, 23 पीएसयू बिक गए।
डेरेक ओब्रायन ने कहा कि ग्रामीण सड़कों को बनाने के मामले में पश्चिम बंगाल देश में नंबर एक है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल ने कल ही कर दिया, केंद्र सरकार आज केवल बातें कर रही है।