प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी से बातचीत की और आतंकवाद की चुनौती से दृढ़ता और प्रभावी तरीके से मुकाबला करने के लिए इस संकटग्रस्त देश को भारत के मजबूत समर्थन से अवगत कराया. प्रधानमंत्री ने काबुल और अफगानिस्तान के अन्य भागों में हाल में हुए सिलसिलेवार हमलों की सख्त निंदा की और सैकड़ों बेकसूरों की मौत पर भारत की गहरी संवेदना जाहिर की. यह मुलाकात शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर हुई.दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालात के बारे में चर्चा की जिसमें आतंकवाद से लड़ने और देश में शांति, स्थिरता एवं सुलह को बढ़ावा देने का खास जिक्र हुआ.
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बहादुर अफगानों की कुर्बानी की सराहना की और राष्ट्रपति गनी को भरोसा दिलाया कि 1.25 अरब भारतीय वहां आतंकवाद की चुनौती से दृढ़ता और प्रभावी ढंग से निपटने के लिए अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़े हैं. उन्होंने बताया कि दोनों नेता इस बात पर राजी हुए कि एससीओ में पूर्ण सदस्य के रूप में शुक्रवार को भारत के प्रवेश करने से आतंकवाद का मुकाबला करने सहित संगठन में करीबी सहयोग को बढ़ावा मिलेगा.