विद्यालय में अवैध शराब की फैक्ट्री चला रहे माफिया यहीं से उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में शराब सप्लाई करते थे। एसटीएफ की गिरफ्त में आए छह शराब माफिया ने कानपुर, रायबरेली, सुल्तानपुर, जौनपुर, फतेहपुर, प्रतापगढ़ और कौशांबी में शराब सप्लाई कर करोड़ों रुपये कमाने की बात कबूल की है।
एसटीएफ ने स्कूल में छापेमारी कर पकड़ा था शराब का जखीरा
एसटीएफ फरार आरोपित कौशांबी के कमल प्रसाद मिश्र और उसके बेटे आशीष उर्फ महाराज की तलाश में छापेमारी कर रही है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की प्रयागराज यूनिट ने सोमवार को कौशांबी के सैनी थाना क्षेत्र के चक बख्तियारपुर स्थित अवध नारायण मिश्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में छापेमारी कर शराब और रैक्टीफाइड स्प्रिट का जखीरा बरामद किया था। 15 ड्रमों में भरी स्प्रिट से शराब बनाकर चुनाव में सप्लाई किया जाना था। भारी मात्रा में शराब, बनाने के उपकरण और कई कंपनियों के रैपर बरामद किया था।
आरोपित भी पकड़े गए थे
एसटीएफ ने योगेश सिंह उर्फ तूफान सिंह निवासी बाघराय, प्रतापगढ़, विनोद यादव निवासी कोखराज, कौशांबी, नयन कुमार निवासी प्रतापगढ़, संदीप निवासी प्रतापगढ़, पुष्पेंद्र सिंह यादव निवासी कोरावली, मैनपुरी, प्रवेश कुमार यादव निवासी मैनपुरी को गिरफ्तार किया था। एसटीएफ के एएसपी नीरज पांडेय के मुताबिक, कमल प्रसाद और उसका बेटा आशीष उर्फ महाराज निवासी बख्तियारी, सैनी कौशांबी फरार हो गए थे। दोनों की तलाश में एक टीम फतेहपुर तो दूसरी जौनपुर में छापेमारी कर रही हैं।
आरोपित वाहनों से पहुंचाते थे शराब
पकड़े गए तूफान सिंह ने उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में शराब सप्लाई की बात कबूल की है। डीसीएम, बोलेरो और कार एसटीएफ के कब्जे में है। इन्हीं गाड़ियों से शराब पहुंचाई जाती थी। पूछताछ में सुल्तानपुर, फतेहपुर और कानपुर के कई शराब माफिया के नाम सामने आए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए जल्द ही एक टीम भेजी जाएगी। सीओ एसटीएफ नवेन्दु कुमार के मुताबिक, स्कूल में ड्रमों में भरी जितनी स्प्रिट बरामद की गई है, उससे करीब 45 लाख रुपये की शराब तैयार होनी थी। यह शराब लोकसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं को बांटी जानी थी। दो दिन पहले बोलेरो से सौ बोतल शराब फतेहपुर पहुंचाई गई थी। जेल गया सैनी का विनोद यादव यह खेप पहुंचाने गया था। इसकी जांच भी की जा रही है।