अयोध्या में राम मंदिर का अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ, जालसाजों ने उनके नाम पर जालसाजी शुरू कर दी है। देश में इस तरह की काफी मामले सामने आ चुके हैं। जालसाज भगवान श्रीराम के वीवीआईपी दर्शन कराने का झांसा देकर देशभर में रामजन्म भूमि गृह संपर्क अभियान नामक एप्लीकेशन (एपीके) डाउनलोड कराते हैं और उसके बाद बैंक खातों को खाली कर देते हैं। गृह मंत्रालय ने ठगी की इस वारदातों को देखते हुए देश भर में एडवाइजरी जारी की है। लोगों को जागरूक करने के लिए एक वीडियो भी जारी किया है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का 22 जनवरी को उद्घाटन होना है। जनवरी के शुरुआती सप्ताह से जालसाजों ने राममंदिर के नाम पर ठगी करना शुरू कर दिया है। जालसाज देशभर में लोगों को खासकर हिंदुओं को रामजन्म भूमि अभियान नाम की एन्ड्रॉयड पैकेज किट(एपीके) भेज रहे हैं और लोगों से राममंदिर में वीआईपी इंट्री या फिर वीआईपी दर्शन कराने की बात कह रहे हैं। भगवान श्रीराम के भक्त जैसे ही इस एपीके को डाउनलोड़ करते है तो उनके मोबाइल का एक्सेस आरोपियों के पास चला जाता है। इसके बाद कुछ मिनटों में बैंक खाता खाली कर दिया जाता है।
वीडियो जारी कर किया जा रहा जागरूक
देशभर में साइबर अपराध को रोकने के लिए गृहमंत्रालय के तहत बनाए गए भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र(आई4सी) ने इस जालसाजी से लोगों को बचाने व जागरूक करने के लिए एक वीडियो जारी की है। इस वीडियो में एक युवक कहता है कि उसे वाट्सएप पर 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन का वीआईपी एक्सेस मिला है। इस दूसरा युवक उससे पूछता है कि उसे कैसे मिला। पहला युवक कहता है कि व्हाट्सएप पर मिला है। फिर दूसरा युवक कहता है कि राममंदिर के उद्घाटन से पहले ही वीआईपी एक्सेस मिल गया। फिर दूसरा युवक बताता है कि श्रीराम के नाम पर देश में बड़ा स्केम हो रहा है। इस एपीके की वजह से उसका मोबाइल व बैंक एकाउंट हैक हो सकता है।
श्रीराम के नाम से एप्लीकेशन डाउनलोड करा रहे हैं-
वीडियो में बताया गया कि वाट्सएप पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। इस मैसेज में कहा जा रहा है कि रामजन्मभूमि गृहसंपर्क अभियान एपीके डाउनलोड करो। इस मैसेज को राम भक्त या हिंदू परिवारों में उनकी ओर से भेजा रहा है। इस एप्लीकेशन को डाउनलोड करते ही मोबाइल हैंग हो जाएगा और मोबाइल पर काफी संख्या में विज्ञापन आएंगे। ऐसे में आई4सी ने लोगों को सर्तक रहने की सलाह दी है। आई4सी ने इस वीडियो को पूरे देश में सभी राज्यों की पुलिस को भेजा है।
दिल्ली पुलिस नजर रखे हुए है-
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट(आईएफएसओ) के पुलिस उपायुक्त डा. हेमंत तिवारी का कहना है कि आईएफएसओ में अभी तक इस तरह की शिकायत नहीं आई है। सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है।