अयोध्या में डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो. अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में दीपोत्सव-2022 को ऐतिहासिक बनाने के लिए राम की पैड़ी सहित विभिन्न घाटों पर स्वयंसेवकों की ओर से श्रीराम के जयघोष के साथ दीयों को बिछाने का कार्य शुरू हो गया है। घाट संख्या-10 पर राम दरबार व रामायण कालीन उकेरी गई आकृतियां आकर्षण का केन्द्र हैं। स्वयंसेवक गले में पहचान-पत्र और सिर पर टोपी लगाए घाटों पर अलग नजर आ रहे हैं।
आगामी 23 अक्तूबर को अयोध्या में दीपोत्सव में 15 लाख दीए जलाकर विश्व रिकार्ड बनाने की योजना है। जिसके लिए शनिवार को सभी घाटों पर लगभग 17 लाख दीए सज जाएंगे। दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो. सिंह ने बताया कि कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह के मार्गदर्शन में छठा दीपोत्सव भव्य होगा। उन्होंने बताया कि 37 घाटों पर दीयों को सजाने का कार्य स्वयंसेवकों द्वारा शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बिना पहचान पत्र के स्वयंसेवकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
प्रो. सिंह ने बताया कि घाट संख्या- तीन के समीप चिकित्सकीय टीम तैनात कर दी गई है। साफ-सफाई के लिए नगर निगम के स्वच्छता कर्मियों को तैनात किया गया है। जलपान व भोजन समिति के डॉ. राना रोहित सिंह के नेतृत्व में स्वयंसेवकों के लिए दीपोत्सव तक जल-पान व भोजन की व्यवस्था की गई है। सभी घाटों पर दीए बिछाने की निगरानी उप नोडल अधिकारी डॉ. संग्राम सिंह, घाट समन्वयक व पदाधिकारियों की मौजूदगी में कराया जा रहा है।
घाटों पर तैयारी
– दीए बिछाने में लगे वालेंटियर घाटों पर कैप में अलग नजर आ रहे
– राम दरबार व रामायण कालीन उकेरी गई आकृतियां रहेंगी आकर्षण का केन्द्र
– आज सभी घाटों पर 17 लाख दीए बिछाने का कार्य होगा जाएगा पूर्ण