अयोध्या में कोरोना विस्फोट संक्रमितों की संख्या 8210 पहुची

अयोध्या। जिले में बुधवार को एक साथ 14 कोरोना संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन में हड़कंप रहा। कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8210 पहुंच गई, इनमें सक्रिय 40 हैं। जिले में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है।

सप्ताह भर में ही नए 21 मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमा भी अलर्ट हो गया है। बाजारों और सार्वजनिक जगहों पर बगैर मास्क लगाए भीड़ दिख रही है। बाहरी लोगों की निगरानी के साथ ही प्रतिदिन कोरोना जांच के लिए नमूनों की संख्या भी बढ़ाई गई है।

चिकित्सक आमजन से सहयोग की अपील कर रहे हैं। इसके बावजूद लोगों की लापरवाही नहीं थम रही है। जिले में कोरोना एक समय थम सा गया था।

फरवरी माह पर ही गौर करें तो स्थिति लगभग सामान्य हो गई थी। आमजन से लेकर स्वास्थ्यकर्मी तक टीकाकरण में ही व्यस्त रहे। इधर मुंबई, दिल्ली, हरियाणा व पंजाब सहित अन्य प्रदेशों में संक्रमण बढ़ने के बाद जिले में भी अलर्ट जारी किया गया।

हालांकि, शुरुआती दौर में गत वर्ष की अपेक्षा तो स्थिति नियंत्रित ही रही, लेकिन संक्रमण का ग्राफ धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। पिछले माह इक्का-दुक्का मरीज ही दूसरे-तीसरे दिन मिलते थे, लेकिन इन दिनों संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

इससे स्वास्थ्य महकमा भी सतर्क हो गया है। जिले में बुधवार को 1926 लोगों के कोरोना की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें एक साथ 14 संक्रमित पाए गए। सभी की हालत सामान्य बताई जा रही है, जिन्हें होम आइसोलेशन में ही रखा गया है।

नगर निगम के राठहवेली में सर्वाधिक तीन संक्रमित मिले। इसके अलावा दंतधावन कुंड, शांतिपुरम, श्क्तिनगर, साकेतपुरी, खुर्दाबाद, बल्लाहाता, रामनगर, अंगूरीबाग, बीकापुर के तेंदुआमाफी व जानकीपुर सहित अन्य में एक-एक संक्रमित पाए गए हैं।

सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि मरीजों को आइसोलेट कराया गया है। उनके संपर्क में आने वालों की तलाश कर उनकी भी जांच कराई जा रही है।

वहीं स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण की नई श्रृंखला को तलाशने के लिए नमूनों की संख्या बढ़ाई है। रेलवे स्टेशन पर संक्रमित प्रदेशों से पहुंचने वाले यात्रियों की जांच कराई जा रही है। इसके अलावा फोकस सैंपलिंग भी कराई जा रही है।

शहर के विभिन्न स्थलों, सीएचसी व पीएचसी सहित अन्य जगहों पर भी जांच की व्यवस्था की गई है। अधिक संख्या में हो रही जांच का असर है कि नए मरीजों की संख्या बढ़ रही है। पिछले एक सप्ताह के आंकड़ों पर ही गौर करें तो इशारा संक्रमण के बढ़ने की तरफ ही जा रहा है।

जिले में अभी पूर्व में कोविड-19 के लिए आरक्षित किए गए अस्पतालों को दोबारा आरक्षित करने की कोई तैयारी नहीं है। एल-1 के समकक्ष मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में होने की वजह से अब उसकी जरूरत नहीं मानी जा रही है।

वहीं, एल-2 श्रेणी के राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज में पूर्व की तरह 200 बेड आरक्षित किए गए हैं। जहां मौजूदा समय में सिर्फ दो मरीज ही भर्ती हैं। संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर ही बेड आरक्षित करने को लेकर तैयारियां की जाएंगी।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि अभी और बेड आरक्षित करने की जरूरत नहीं है। एल-2 हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या बढ़ने पर आगे विचार किया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वालों की जांच के लिए सर्विलांस टीमें ब्लॉकवार बनाई गई हैं। इसके अलावा भी कोई भी व्यक्ति यदि अपनी जांच कराना चाहे तो करा सकता है।

ग्रामीण इलाकों के सभी सीएचसी के अलावा शहरी इलाके के जनपद स्तरीय अस्पताल, यूपीएचसी चक्रतीर्थ, सहादतगंज पुलिस चौकी अब्बूसराय, एसएसवी इंटर कॉलेज कश्मीरी मोहल्ला, राजकीय आयुर्वेदिक/यूनानी चिकित्सालय रामनगर, यूपीएचसी रेतिया, बृजकिशोर होम्योपैथिक चिकित्सालय में भी जांच के इंतजाम हैं।

संक्रमण निश्चित तौर पर बढ़ रहा है। स्थिति सामान्य नजर नहीं आ रही है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने व खुद का बचाव करने की जरूरत है। घर से निकलें तो मास्क पहनें। दो गज की दूरी का ध्यान रखें। बीच-बीच में हाथ धुलें। किसी भी वस्तु को अनावश्यक न छुए। मौका मिलते ही टीकाकरण करवाएं। संदेह होने पर कोरोना की जांच अवश्य कराएं। -डॉ. घनश्याम सिंह, सीएमओ, अयोध्या

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