अयोध्या। राममंदिर निर्माण शुरू होने के साथ ही अयोध्या के ग्लोबल विकास की कवायद भी शुरू हो चुकी है। इसी क्रम में अयोध्या विकास प्राधिकरण ने तीन एजेंसियों के साथ एमओयू साइन किया है। इसके साथ ही ग्लोबल विकास की योजना पर काम भी शुरू कर दिया गया है।
तीनों एजेंसियों के अधिकारियों ने शुक्रवार को विकास के लिए प्रस्तावित स्थलों सहित पौराणिक स्थलों का निरीक्षण किया। उसके बाद विकास प्राधिकरण में बैठक कर योजनाओं पर मंथन किया।
एजेंसियों द्वारा छह माह के भीतर अयोध्या के समग्र विकास की ड्राइंग तैयार की जाएगी। जिसे विकास प्राधिकरण की ओर से मुख्यमंत्री के समक्ष पेश किया जाएगा।
अयोध्या को ग्लोबल धार्मिक नगरी बनाने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण ने काम तेज कर दिया है। अयोध्या के समग्र विकास के लिए नियुक्त एसोसिएट एलईए के साथ लार्सन एंड टूब्रो और सीपी कुकरेजा एसोसिएट सहयोगी कंपनी के रूप में समन्वय बनाकर कार्य करेगी।
इसी क्रम में शुक्रवार को नवनियुक्त कंसल्टेंट एलएंडटी, सीपी कुकरेजा व एलईए के साथ विकास के लिए प्रस्तावित स्थलों का तीनों कंपनियों के अधिकारियों की टीम ने पौराणिक स्थलों सहित नई योजनाओं के स्थलों का निरीक्षण किया।
टीम ने नए बस अड्डे और श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का काम भी देखा। अधिकारियों ने राम की पैड़ी का निरीक्षण भी किया। टीम ने रामजन्म भूमि सहित अयोध्या के कई धार्मिक स्थलों को भी देखा।
निरीक्षण के बाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह के साथ अधिकारियों ने बैठक भी की और अयोध्या के समग्र विकास के प्लान पर घंटों मंथन किया। अयोध्या के लिए विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए गए मास्टर प्लान पर भी एलईए एसोसिएट्स अपना सुझाव देगी।
केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की योजनाओं को भी एसोसिएट्स अपने प्रोजेक्ट में शामिल करेगी। अयोध्या में ये एजेंसियां छह महीने तक कार्य करेंगी। छह महीने में अयोध्या के लिए समग्र विकास किस तरीके से होगा।
उसका ड्राइंग बनाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अयोध्या विकास प्राधिकरण पेश करेगा। उसी के अनुसार अयोध्या का विकास किया जाएगा। सुनियोजित तरीके से पूरी अयोध्या के पौराणिक दृष्टिकोण से ध्यान में रखते हुए विकास किया जाएगा।
एलईए एसोसिएट के टीम हेड डॉ. ए पनीर सेलवम का कहना है कि शहर के लिए विजन डॉक्यूमेंट बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। साथ ही किस तरीके से अयोध्या में पर्यटन विकास हो इनका भी विजन डॉक्यूमेंट बनाया जाएगा।
अयोध्या में कैसे यातायात सुगम हो, कैसे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप हो और ग्रीन फील्ड कैसे डेवलप की जाए इस पर भी विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। अयोध्या के पौराणिक स्थलों को भव्यता प्रदान करने पर जोर होगा।
साथ ही आधुनिक व्यवस्थाओं से अयोध्या को ग्लोबल रूप देने की तैयारी है। विजन डॉक्यूमेंट बनाने के लिए छह महीने का समय मिला है, उम्मीद है कि अयोध्या के विकास में बेहतर सहभागी बन पाएंगे।
अयोध्या के विकास में कौशल्या सदन के रूप में एक नया आयाम जुड़ेगा। अयोध्या में निराश्रित महिलाओं व बच्चों के लिए माता कौशल्या के नाम पर भवन बनाया जाएगा।
इसके लिए कार्यदाई संस्था नगर निगम ने पांच एकड़ जमीन भी चिह्नित कर ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में कौशल्या सदन बनाने की घोषणा की थी। जिस पर अब काम भी शुरू हो गया है।
अयोध्या नगर निगम के आयुक्त विशाल सिंह ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र स्थित मलिकपुर गांव में पांच एकड़ जमीन का चयन कौशल्या सदन के लिए कर लिया गया है। इसकी रिपोर्ट महिला बोर्ड को भेजी जा चुकी है। कौशल्या सदन में निराश्रित महिलाओं व बच्चों को सारी सुविधाएं मिलेंगी।
अयोध्या का विकास उसकी पौराणिकता व धार्मिकता को ध्यान में रखते हुए किया जाना है। अयोध्या के समग्र विकास के लिए एलईए एसोसिएट का चुनाव किया गया था। उनके साथ एमओयू साइन कर लिया गया है। आज से ही कार्य भी शुरू हो गया है। छह महीने में अयोध्या के लिए समग्र विकास किस तरीके से होगा उसका ड्राइंग बनाकर मुख्यमंत्री के सामने पेश किया जाएगा और उसी के अनुसार अयोध्या का विकास होगा।- विशाल सिंह, उपाध्यक्ष, विकास प्राधिकरण अयोध्या