रामनगरी को आध्यात्मिक मेगा सिटी बनाने के लिए बन रहे विजन डाक्यूमेंट का प्रस्तुतिकरण 25 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने होगा। पीएम कार्यालय ने इसकी अनुमति दे दी है। अयोध्या विकास प्राधिकरण व कंसलटेंट ग्लोबल एजेंसी की टीम तैयारी में जुट गई है। इसके लिए अयोध्या के सभी धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक व स्वयं सेवी संस्थाओं से भी उनके विजन एकत्रित किए जा रहे है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि इसकी समीक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं। 10 मार्च को मुख्यमंत्री के सामने अब तक लोगों के लिए गए विचार को संकलित कर विकास के विजन का प्रजेंटेशन होगा।
मुख्यमंत्री की ओर से आवश्यक दिशा- निर्देश को पूर्ण करते हुए नया प्रजेंटेशन तैयार किया जाएगा। जिसे 25 मार्च को प्रधानमंत्री के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। प्रधानमंत्री के निर्देशों को पूर्ण करते हुए एक अप्रैल को विजन डाक्यूमेंट तैयार हो जाएगा। इसके उपरांत विजन डाक्यूमेंट के आधार पर कंसलटेंट टीम अयोध्या के विकास के लिए निर्धारित 21 डीपीआर बनाने का कार्य शुरू करेगी। यही डीपीआर अयोध्या के विकास की रूपरेखा तय करेंगे। (संवाद)
अयोध्या के विकास के लिए बन रहे विजन डाक्यूमेंट के लिए सांसद लल्लू सिंह ने अयोध्या विकास प्राधिकरण के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बताया है कि अयोध्या का विकास इस प्रकार होना चाहिए कि यहां आए लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। साथ ही हरियाली का भी पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने जनकपुर को सीधे सड़क व रेल मार्ग से जोड़े जाने की बात कही है।