अयोध्या। भगवान राम का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है। अब पर्यटक व श्रद्धालुओं को अद्भुत व अनोखा सुख प्राप्त हो सकेगा। यहां आने वाले पर्यटक भगवान राम के संग घूम फिर के सीधे अपने सवालों का उत्तर जान सकेंगे। इससे पूरी अयोध्या राममय नजर आएगी।
यह प्रक्रिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए संभव हो सकेगी। इसमें थ्री डी इंपेक्ट के जरिए भगवान राम का बिंब स्वरूप आप से साथ चल सकेगा। साथ ही यह स्वरूप आप के सवालों का सही उत्तर दे सकेगा। इसका प्रजेंटेशन सोल नामक निजी कंपनी 20 मार्च को अयोध्या विकास प्राधिकरण के सामने देंगी। प्रजेंटेशन के बाद योजना का स्वरूप बड़े आकार में सामने आ सकेगा।
अयोध्या को विश्वस्तरीय आध्यात्मिक मेगा सिटी बनाने की तैयारी चल रही है। इसी क्रम में अयोध्या विकास प्राधिकरण ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी पर आधारित सोल नामक कंपनी से एक प्रजेंटेशन तैयार कराया है। यह प्रजेंटेशन 20 मार्च को गुप्तारघाट पर अयोध्या विकास प्राधिकरण के आला अफसरों समेत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सामने करेगा। फिलहाल सोल कंपनी यह प्रजेंटेशन एक निर्धारित स्थान पर करेगी। इसमें थ्रीडी इंपेक्ट के जरिए भगवान राम का एक बिंब स्वरूप बनाया जाएगा।
सुपर कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के माध्यम से भगवान श्रीराम का यह बिंब आपके सवालों का सही सही जवाब देगा। प्रजेंटेशन के दौरान इसमें 10 प्रश्न जोड़े जाएंगे। इन प्रश्नों का उत्तर प्रजेंटेशन में उपस्थित होने वाले अधिकारी व ट्रस्ट के लोग जान सकेंगे, अगर प्रजेंटेशन के बाद योजना मंजूर हो जाती है तो इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से भगवान राम के बिंब को चलायमान बनाया जा सकेगा। इसमें पर्यटक व श्रद्धालुओं के साथ भगवान राम का बिंब चल सकेगा। साथ ही इसमें रामायण के सभी सात कांड व हिंदु धर्म से जुड़े सभी प्रश्नों को ऐड किया जाएगा। इससे सभी हिंदु धर्म से जुड़े प्रश्नों को भगवान राम का बिंब साथ चलने के साथ हर एक प्रश्न का उत्तर दे सकेगा।
प्रजेंटेशन के बाद अगर योजना को स्वीकृति मिलती है तो योजना का स्वरूप विस्तृत किए जाने की योजना है। भगवान राम के बिंब के साथ मां जानकी व लक्ष्मण का भी बिंब बनाया जाएगा। यह भी अपने से जुड़े प्रसंगों की व्याख्या करने के साथ भगवान राम के प्रति अपनी श्रद्धा का अहसास अयोध्या आने वाले पर्यटकों को कराएंगे।
दरअसल पूरी योजना थ्री डी इंपेक्ट व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित है। अभी तक थ्री डी टेक्नोलॉजी को देखने के लिए एक विशेष प्रकार की चश्मे की आवश्यकता होती है लेकिन सोलो कंपनी की ओर से दिए जाने वाले प्रजेंटेंशन में बिंब को देखने के लिए किसी प्रकार के चश्मे की आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी के जुड़े होने से यह सुपर कंप्यूटर की तरह कार्य करेगा। सोल कंपनी के डायरेक्टर शशी जैन ने बताया कि विश्व में होने वाला यह पहला प्रयोग है। सबसे अहम बात यह है कि इसका पहला प्रजेंटेशन भगवान राम पर होगा। वह बताते हैं कि अगर योजना स्वीकृति हो जाती है तो अपने खर्च पर सारी योजना को अमली जामा पहना सकते हैं, लेकिन इसका मूल्य पर्यटकों व श्रद्धालुओं से दिलाया जाए।
सोल नामक एक कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व थ्रीडी इंपेक्ट के जरिए एक योजना तैयार की है। कंपनी के दावे के अनुसार अयोध्या आने वाले पर्यटक व श्रद्धालु भगवान राम के बिंब के साथ विचरण कर अपने प्रश्नों का उत्तर जान सकेंगे। यह सचमुच अयोध्या के अद्भुत होगा। इसका प्रजेंटेशन 20 मार्च को गुप्तारघाट पर होगा। प्रजेंटेशन के आधार पर योजना को स्वीकृत किया जाएगा।- विशाल सिंह, वीसी अयोध्या विकास प्राधिकरण
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