अमेरिका के एक शीर्ष व्यापार समूह ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के क्षेत्र में नए सुधारों का स्वागत किया है। समूह ने कहा कि भारत अपने मानकों को वैश्विक नियमों के अनुरूप बनाने के लिए काफी प्रयास कर रहा है।
अमेरिका – भारत सामरिक भागीदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) ने मोदी सरकार के कोयला खनन और ठेका विनिर्माण में 100 प्रतिशत विदेशी निवेश को मंजूरी देने , एकल ब्रांड खुदरा विक्रेताओं के लिए स्थानीय खरीद नियमों में ढील और दुकान खोलने से पहले ऑनलाइन कारोबार करने की अनुमति देने के कदम का स्वागत किया।
फोरम के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा, ” आर्थिक वृद्धि को फिर से तेजी की राह पर लाने के लिए अर्थव्यवस्था को और उदार बनाने तथा विदेशी निवेश आकर्षित करने की भारत की कोशिशों को देखकर हमें खुशी हो रही है।”
उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से कारोबारी बाधाएं दूर होंगी और विदेशी निवेशकों के लिए बराबरी के अवसर सृजित होंगे। यह निवेशकों की धारणा को मजूबत करेगा और विनिर्माण में सुधार एवं रोजगार सृजन में मदद करेगा।
अघी ने कहा, ” कोयला खनन और ठेका विनिर्माण में शत प्रतिशत विदेशी निवेश की अनुमति, एकल ब्रांड खुदरा कारोबारियों के लिये स्थानीय खरीद नियमों में ढील देने, डिजिटल मीडिया में 26 प्रतिशत विदेशी निवेश की अनुमति देने जैसे कदम दर्शाते हैं कि सरकार भारतीय मानकों को वैश्विक नियमों के अनुरूप बनाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। इसका उद्देश्य कारोबार करने के माहौल को सुगम बनाना है।”