अमेरिकी में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जॉनसन एंड जॉनसन की एक डोज वाली वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन जॉनसन की वैक्सीन को तीसरी वैक्सीन के रूप में लगाने की अनुमति दी है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे अमेरिकी लोगों के लिए उत्साहजनक बताया है। उन्होंने कहा कि हम जल्द इस वायरस से उबरेंगे, अपने दोस्तों और प्रियजनों से वापस मिलेंगे और अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाएंगे।
बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन पहली ही डोज के बाद अपना असर दिखाना शुरू कर देती है। इससे पहले आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) ने दो डोज वाली मोडर्ना और फाइजर की वैक्सीन को पिछले साल दिसंबर में मंजूरी दी थी।
मोडर्ना और फाइजर की वैक्सीन के विपरीत, जॉनसन कोरोना वैक्सीन की सिर्फ एक ही डोज दी जाती है। जबकि अन्य दोनों वैक्सीन में दो सप्ताह के भीतर दो शॉट्स की आवश्यकता होती है। ईयूए ने जॉनसन की कोरोना वैक्सीन को अमेरिका में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों को लगाने की ही अनुमति दी है।
एफडीए के कार्यवाहक आयुक्त जेनेट वुडकॉक ने कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को मजूरी मिलने के साथ देश में टीके की उपलब्धता का विस्तार होगा और इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी, जिसने अमेरिका में 5 लाख से अधिक लोगों की जान ली है। एफडीए ने कहा कि उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि संक्रमण को रोकने के लिए जॉनसन की कोरोना वैक्सीन प्रभावी है।
दूसरी तरफ अमेरिका में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। अबतक कुल 5 लाख 12 हजार लोगों की जान जा चुकी है। इससे पहले व्हाइट हाउस में मरने वालों की याद में मोमबत्तियां जलाकर शोक मनाया गया। महामारी में मारे गए लोगों में से 19 फीसद अमेरिका में ही मारे गए है। सभी सरकारी इमारतों पर पांच दिन के लिए झंडे झुका दिए गए।