अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के डाक सेवा प्रमुख पोस्टमास्टर जनरल लुईस डीजॉय कांग्रेस के सामने उपस्थित होने को राजी हो गए हैं। अमेरिका में प्रमुख विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी लगातार इस बात की मांग कर रही थी कि डीजॉय को कांग्रेस और प्रतिनिधि सभा की समिति के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए। समिति डाक सेवा में आए बदलाव की जांच कर रही है, जिसके चलते मेल इन बैलेट प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो रही है। विपक्ष ने डीजॉय पर यह आरोप लगाया है कि वह राष्ट्रपति ट्रंप के इशारे पर काम कर रहे हैं और राष्ट्रपति चुनाव में मेल इन बैलेट प्रक्रिया को बाधित कर रहे हैं। विपक्ष ने उन पर यह आरोप तब लगाया जब डाक प्रमुख ने डेमोक्रेट्स की मांग पर सवाल उठाते हुए मले इन बैलेट प्रक्रिया के लिए हाथ खड़े कर दिए।
नैंसी पेलोसी ने सदन का सत्र दोबारा बुलाया उधर
उधर, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने रविवार को कहा कि अमेरिकी डाक सेवा को लेकर चल रहे संकट के बीच वह सदन का सत्र दोबारा बुला रही हैं। पेलोसी सांसदों को मिलने वाले ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि को बीच में ही रोककर मतदान कराएंगी। यह मतदान डाक सेवा में ट्रंप प्रशासन द्वारा किए गए बदलावों को रोकने के लिए होगा। नए पोस्टमास्टर जनरल लुईस डीजॉय के डाक में विलंब, नए शुल्क एवं सेवाओं में कटौती करने के कदमों की देशभर में आलोचना हुई थी। दरअसल, इस बात की चिंता जताई जा रही है कि ट्रंप के नेतृत्व में व्हाइट हाउस चुनाव से पहले डाक सेवा की भूमिका को कमतर करने के प्रयास कर रहा है। ये कदम तब उठाए गए हैं, जब लाखों अमेरिकी लोग कोरोना के खतरे को देखते हुए नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में डाक के जरिये मतदान करने के प्रयास में हैं।
नैन्सी का दावा, कुछ रिपब्लिकन भी उनके साथ
उधर, डेमोक्रेटिक पार्टी की बहुमत वाली प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने सोमवार को अपने एक साक्षात्कार में कहा है कि कुछ रिपब्लिकन भी उनके इस प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में हम मेल इन बैलेट के जरिए ही मतदान करेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से सफल होगी। नैन्सी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के लिए हम राष्ट्रपति ट्रंप पर निर्भर नहीं रह सकते। डेमोक्रेट्स ने चिंता जताई है कि डाक सेवा में ओवर टाइम की कटौती, अतिरिक्त मेल परिवहन सेवा पर प्रतिबंध और वितरण नीतियों के बदलाव के कारण मेल डिलीवरी को जानबूझ कर धीमा किया जा रहा है। डेमोक्रेट्स का दावा है कि राष्ट्रपति ट्रंप बार-बार और बिना सबूत के इस प्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।