भारत सरकार नौसेना के लिए अमेरिका से 24 मल्टी रोल एमएच-60 रोमियो एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर खरीदने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, यह सौदा दो अरब डॉलर (करीब 144 अरब रुपये) का होगा। भारत को दशक भर से ज्यादा समय से इन हेलीकॉप्टर की जरूरत है। 24 मल्टी रोल हेलीकॉप्टरों की तत्काल जरूरत को देखते हुए भारत ने अमेरिका को लेटर ऑफ रिक्वेस्ट भेजा है। हाल के महीनों में दोनों देशों के बीच रक्षा समझौतों में गति आई है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने भारत की रक्षा जरूरतों को देखते हुए अपने उच्च तकनीकी क्षमता वाले सैन्य उपकरणों का दरवाजा खोल दिया है। बुधवार को सिंगापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस के बीच हुई बैठक में भी रक्षा समझौते प्राथमिकता में रहे। इस बैठक के बाद 30 नवंबर और पहली दिसंबर को अर्जेंटीना में जी-20 देशों के सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात की उम्मीद भी जताई जा रही है। हालांकि अभी किसी पक्ष ने मुलाकात की पुष्टि नहीं की है।
सूत्रों के मुताबिक, एमएच-60 रोमियो डील में ऑफसेट रिक्वायरमेंट भी होने की उम्मीद है। भारत तत्काल जरूरत के साथ देश में ही ऐसे 123 हेलीकॉप्टर बनाने की योजना पर भी काम कर रहा है। फिलहाल अमेरिकी नौसेना द्वारा इस्तेमाल हो रहा एमएच-60 सबसे उन्नत समुद्री हेलीकॉप्टर है। हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की सक्रियता को देखते हुए भारतीय नौसेना के लिए इसे बेहद अहम माना जा रहा है। इस सौदे के पूरा होते ही भारत-अमेरिका रक्षा कारोबार 20 अरब डॉलर (1,440 अरब डॉलर) के स्तर को पार कर लेगा।