वायुसेना को जल्द अमेरिका का सबसे अत्याधुनिक युद्धक विमान एफ-16ईएक्स मिल सकता है। भारत के साथ बढ़ती दोस्ती का संकेत देते हुए अमेरिकी सरकार ने एफ-15 शृंखला के सबसे नए स्वरूप के विमान भारत को देने की मंजूरी दे दी है। यह बहुउद्देश्यीय होने के साथ-साथ हर मौसम और रात में भी हमला करने में सक्षम है।
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बोइंग इंटरनेशनल सेल्स ऐंड इंडस्ट्रियल पार्टनरशिप्स की उपाध्यक्ष मारिया एच लैने ने बताया, दोनों देशों की सरकारों के बीच चर्चा हुई और फिर दोनों देशों की वायुसेना ने एफ-15ईएक्स के बारे में सूचनाओं का आदान-प्रदान किया।
लैने ने कहा, भारत को एफ-15ईएक्स विमान देने के हमारे लाइसेंस संबंधी अनुरोध को अमेरिका की सरकार ने स्वीकार कर लिया है। बोइंग ने कहा कि बंगलूरू में अगले हफ्ते से शुरू हो रहे एयरो इंडिया 2021 में एफ-15ईएक्स विमान को प्रदर्शित किया जाएगा।
अमेरिकी सरकार का यह निर्णय भारत के साथ मजबूत दोस्ती का प्रतीक है। यह दोनों देशों के बीच बढ़ते भरोसे और लंबे वक्त तक चलने वाले संबंधों की ओर इशारा करता है। – जेफ शॉकी, उपाध्यक्ष, बोइंग
एफ-15ईएक्स में इसी शृंखला के पुराने विमानों की तुलना में अधिक हथियार ले जाने की क्षमता है। इसके साथ ही यह हाइपरसोनिक मिसाइल यानी ध्वनि से पांच गुना तेज चलने वाली मिसाइल ले जा सकता है।
बेहतरीन डिजिटल इंजीनियरिंग और सॉफ्टवेयर से लैस ये विमान दशकों तक आसानी से अपग्रेड किए जा सकेंगे। कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस के अनुसार, तकनीक की वजह से ये दुश्मन की नजर में आए बिना उसकी सीमा में घुसकर निशाने को तबाह कर सकता है।
भारतीय वायुसेना ने अप्रैल 2019 में करीब 1.30 लाख करोड़ या 18 बिलियन डॉलर की लागत से 114 विमानों के अधिग्रहण के लिए ‘सूचना का अनुरोध’ या शुरुआती निविदा जारी की थी। इसे हाल के वर्षों में दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य खरीद बताया गया था।