शिकागो में चीन के एक नागरिक को जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब कुछ ही दिन पहले अमेरिकी जासूसी एजेंसी सीआईए के डायरेक्टर गिना हस्पेल ने चेतावनी दी थी कि चीन की विदेशों में दखल लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा हाल के कुछ समय में जिस तरह से दोनों देशों के बीच ट्रेडवार को लेकर जंग छिड़ी हुई है उसमें भी यह तनाव बढ़ाने का ही काम करेगा। इसके अलावा दोनों देशों के बीच दक्षिण चीन सागर को लेकर भी विवाद है। जिस चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम जी चोकन है। कहा जा रहा है कि वह चीन की प्रमुख खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहा था। कहा ये भी जा रहा है कि चीन की खुफिया एजेंसी ने उसको अमेरिका में अपने एजेंट नियुक्त करने का टास्क दिया था। इनमें से कुछ को डिफेंस कॉन्ट्रेक्टर के तौर पर काम करवाना था।
छात्र है आरोपी
आपको बता दें कि जी शिकागो में इलिनोयस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलिजी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का छात्र है। इसके अलावा जी को यूएस आर्मी रिजर्व का के लिए भी चुना गया था। अमेरिकी विभाग को जी से जिस तरह की जानकारी हासिल हुई है यदि वह साबित हो जाती है तो उसको दस वर्ष की सजा हो सकती है। आपको बता दें कि दो दिन पहले ही चीन ने अमेरिकी युद्धपोत को होंगकोंग के बंदरगाह पर आने की इजाजत नहीं दी थी। चीन द्वारा यह कदम उठाने की वजह अमेरिका और ताइवान के बीच हुए 330 मिलियन डॉलर के हथियार सौदे पर मुहर लगाना थी। इसमें ताइवान के एयरक्राफ्ट के लिए स्पेयर पार्ट भी शामिल हैं। इसको लेकर चीन की सरकारी मीडिया की तरफ से कहा गया है कि ऐसा करके अमेरिका ने वन चाइना पॉलिसी का उल्लंघन किया है।
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