दशहरे के दिन जौड़ा रेल फाटक के पास हुए हादसे की जांच कर रहे डिवीजनल कमिश्नर बी पुरुषार्थ के समक्ष शुक्रवार को डॉ. नवजोत कौर सिद्धू पेश हुईं। डॉ. सिद्धू तय समय से दस मिनट पहले ही इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कार्यालय पहुंच गईं। जांच अधिकारी ने बंद कमरे में 20 मिनट उनके बयान दर्ज किए। इसके बाद डॉ. सिद्धू बाहर निकल गईं।
जांच में शामिल होने के बाद बाहर पहुंची डॉ. सिद्धू से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अंदर उनसे क्या पूछताछ हुई इसके बारे में वह नहीं बता सकती। जांच अधिकारियों की तरफ से जो भी सवाल उनसे किए गए उन्होंने उसका जवाब दे दिया है।
बता दें, दशहरे दिन रावण दहन कार्यक्रम के दौरान हादसा हुआ था। इस कार्यक्रम में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजौत कौर सिद्धू मुख्य अतिथि थीं। विपक्षियों का आरोप है कि जब हादसा हुआ तो नवजोत कौर सिद्धू मौके पर रुकने के बजाय गाड़ी में बैठकर चली गई थी।