पंजाब की अमृतसर पुलिस ने सेना के फर्जी मेजर को पकड़ा है। आरोपी मेजर की वर्दी पहनकर गोलबाग के पास घूम रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि वह कई आर्मी कैंट में घूम चुका है। यह व्यक्ति पंजाब के श्री आनंदपुर साहिब का रहने वाला है।
अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने रविवार को गोलबाग के पास मेजर रैंक की वर्दी पहन और कंधे पर फौजी बैग के साथ घूम रहे एक व्यक्ति को काबू किया है। पुलिस इसके पास से मिले पहचान पत्रों की जांच कर रही है। डी डिवीजन थाने की पुलिस ने इस फर्जी सेना अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद अदालत में पेश कर दिया। डीसीपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने यह जानकारी सोमवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
डीसीपी ने गिरफ्तार किए गए इस फर्जी मेजर की पहचान श्री आनंदपुर साहिब के गांव चीकना निवासी संदीप सिंह के रूप में बताई है। उन्होंने बताया कि डी डिवीजन थाना प्रभारी सुखइंद्र सिंह को सूचना मिली कि एक व्यक्ति मेजर की वर्दी पहन कर गोलबाग इलाके में घूम रहा है। इसने कंधे पर मेजर रैंक का स्टेट एंबलम भी लगा रखा है और कंधे पर फौजियों वाला बैग लटका रखा है। इस पर पुलिस ने तुरंत उसे काबू कर लिया।
उन्होंने बताया कि इसके कब्जे से पहचान पत्र भी बरामद किए गए। पूछताछ दौरान यह पुलिस को संतोषजनक जवाब नहीं दे सका और न ही सेना में अधिकारी होने के सबूत दे सका। पूछताछ दौरान आरोपी ने यह भी बताया कि वह काफी समय से अलग-अलग रैंक की वर्दियां पहन कर आम जनता को प्रभावित करता है कि वह फौज में बड़ा अधिकारी है।
एडीसीपी डॉ. दर्पण आहलूवालिया ने बताया कि काबू किए गए इस फर्जी अधिकारी ने खुलासा किया कि उसके कब्जे से बरामद सेना की वर्दियां उसने देहरादून से ली थी और वह वर्दी पहन कर रुड़की आर्मी कैंट, जम्मू आर्मी क्षेत्र और अमृतसर आर्मी कैंट में गया था। अदालत से पुलिस रिमांड लेकर उससे पूछताछ की जा रही है।
आर्मी क्षेत्र के दस्तावेज मिलने की संभावना
पुलिस मोबाइल फोन की भी जांच कर रही है, क्योंकि यह अमृतसर रुड़की और जम्मू के आर्मी क्षेत्र में घूम चुका है तो इसके पास आर्मी क्षेत्र से जुड़े दस्तावेज होने की भी संभावना है। हालांकि इसे लेकर अभी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं। मगर डीसीपी डॉ. प्रज्ञा ने बताया कि हर एंगल से पूछताछ की जा रही है।