केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। शाह ने पत्र लिखकर उन्हें राष्ट्रीय एकता दिवस का निरीक्षण करने के लिए कहा है , जो 31 अक्टूबर को है। दरअसल लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में मनाया जाता है।
राष्ट्रीय एकता दिवस के जश्न का विशेष महत्व
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे एक पत्र में, शाह ने रविवार को लिखा, राष्ट्रीय एकता दिवस के जश्न का इस वर्ष का एक विशेष महत्व है, क्योंकि धारा 370 को निरस्त करके यह जम्मू और कश्मीर और लद्दाख को भारत का अभिन्न अंग मानता है। सही मायने में, यह एकीकृत भारत के लिए सरदार पटेल के सपने को साकार करने का प्रतिनिधित्व करता है।
विशेष कार्यक्रमों का आयोजन
गृह मंत्रालय ने गुरुवार को देशभर में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए भी कहा है। इनमें से मुख्य, गुजरात में केवडिया में पहली राष्ट्रीय एकता दिवस परेड होगी, जो पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा, स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के स्थल तक होगी जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले साल उद्घाटन किया गया था। हर एक राज्य, केंद्र शासित प्रदेश और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के पुलिस बल परेड में भाग लेंगे। इसके अलावा, सभी जिला प्रशासनों को ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन करने और पटेल को श्रद्धांजलि देने के लिए भी निर्देशित किया गया है।
शाह के पत्र में पटेल के फोटो की एक प्रति भी शामिल है, जिसे गुरुवार को श्रद्धांजलि के लिए सभी पुलिस स्टेशनों में रखा जाना है। जिसपर शिलालेख होगा ‘किसी को भी भारत की सुरक्षा, एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’ पत्र में कहा गया है, ‘मैं अनुरोध करूंगा कि उनकी फोटो, उनके संदेश के साथ देश के सभी पुलिस स्टेशनों और पुलिस कार्यालयों में लगाई जाए। लोगों और पुलिस कर्मियों को समान रूप से प्रेरित करने के लिए।’